नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज यहां बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना से मुलाकात की। दोनों पक्षों ने द्विपक्षीय संबंधों को अगले उच्च स्तर पर ले जाने के संबंध में वार्ता की। दोनों नेताओं के बीच 10 दिनों में यह दूसरी मुलाकात है। दोनों नेता 27 सितंबर को न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा सत्र से इतर मिले थे। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट किया, द्विपक्षीय सहयोग को आकार देने वाला एक संबंध, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत दौरे पर आईं बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना का गर्मजोशी से स्वागत किया। दोनों नेताओं ने भारत-बांग्लादेश संबंधों की मजबूती का अनुकरण करते हुए 10 दिनों में दूसरी बार मुलाकात की। इससे पहले, विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने शनिवार सुबह हसीना से मुलाकात की। उन्होंने पोस्ट किया, आपसी संबंधों को अगले उच्च स्तर पर ले जा रहे हैं। डॉ. जयशंकर ने बांग्लादेश की प्रधानमंत्री के साथ गर्मजोशी से बातचीत की। भारत के बांग्लादेश के साथ संबंधों को सर्वोच्च प्राथमिकता देने पर फिर जोर दिया। दोनों पक्षों के यहां हैदराबाद हाउस में वार्ता के बाद कनेक्टिविटी, क्षमता-निर्माण और संस्कृति के क्षेत्रों में छह से सात समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर करने की संभावना है। यह वार्ता व्यापार और संपर्क, विकास सहयोग और दोनों देशों की जनता को जोड़ने, संस्कृति और आपसी हित के अन्य मुद्दों के इर्द-गिर्द होगी। बांग्लादेश से भारत के पूर्वोत्तर में तरलीकृत पेट्रोलियम गैस (एलपीजी) की आपूर्ति के लिए एक और समझौते पर हस्ताक्षर किए जाने की उम्मीद है।
ओमेरा पेट्रोलियम और बिक्जिम्को एलपीजी रसोई गैस का निर्यात देश की सरकारी कंपनी इंडियन ऑयल कॉर्पोेशन (आईओसी) को करेंगे, जो उपभोक्ताओं को बेचेगी। त्रिपुरा में गोमती नदी के साथ बांग्लादेश की मेघना नदी को जोड़ने के लिए एक नए जलमार्ग के लिए एक और समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए जाने की संभावना है। द्विपक्षीय बैठक के दौरान साझा नदियों के जल-बंटवारे, रोहिंग्या प्रत्यावर्तन (स्वदेश भेजने) और निवेश के मुद्दों पर भी चर्चा होने की संभावना है। बांग्लादेश की मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, असम के राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) पर भी वार्ता होने की संभावना है। प्रधानमंत्री मोदी ने 27 सितंबर को न्यूयॉर्क में बैठक के दौरान हसीना को आश्वासन दिया था कि बांग्लादेश को एनआरसी पर चिंतित होने की जरूरत नहीं है।