नई दिल्ली: बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने भोपाल से बीजेपी उम्मीदवार प्रज्ञा सिंह ठाकुर के नाथूराम गोडसे पर दिए बयान की निंदा की है. उन्होंने कहा, ‘यह निंदनीय है. पार्टी इस पर क्या कार्रवाई करती है यह उनका आंतरिक मामला है. हमें ऐसे बयानों को सहन नहीं करना चाहिए.’ वहीं नीतीश के इस बयान पर बिहार की पूर्व सीएम राबड़ी देवी ने निशाना साधा है. राबड़ी ने कहा, ‘अगर नीतीश कुमार को प्रज्ञा के बयान से इतनी तकलीफ हुई है तो उन्हें सरकार से अलग हो जाना चाहिए था.’ गौरतलब है कि भोपाल से बीजेपी उम्मीदवार प्रज्ञा ठाकुर ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताया था.
हालांकि कुछ घंटे बाद ही प्रज्ञा ने अपना बयान वापस ले लिया और माफी भी मांग ली थी लेकिन उनकी माफी के बाद भी विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. देवास संसदीय सीट पर पार्टी उम्मीदवार महेन्द्र सोलंकी के समर्थन में रोडशो कर रही प्रज्ञा ठाकुर ने एक सवाल के जवाब में कहा था, ‘नाथूराम गोडसे देशभक्त थे, हैं और रहेंगे. गोडसे को आतंकी बोलने वाले खुद के गिरेबान में झांककर देखें. अबकी बार चुनाव में ऐसा बोलने वालों को जवाब दे दिया जाएगा.’
इसके बाद से ही प्रज्ञा ठाकुर लगातार सोशल मीडिया पर आलोचना का सामना कर रही हैं. प्रज्ञा के बयान को लेकर पूरे देश में बवाल में मच गया था. पार्टी ने आनन-फानन में बयान जारी कर कहा था कि वह प्रज्ञा के बयान से सहमत नहीं है. बीजेपी प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्हा राव ने अपने बयान में कहा था कि भाजपा उनके बयान से सहमत नहीं है और इसकी निंदा करती है और पार्टी उनसे स्पष्टीकरण मांगेगी. गुरुवार देर रात प्रज्ञा ने अपने बयान पर माफी मांगते हुए कहा था ‘अपने संगठन बीजेपी में निष्ठा रखती हूं. उसकी कार्यकर्ता हूं और पार्टी की लाइन ही मेरी लाइन है.’