पेरिस: फ्रांस की राजधानी पेरिस में पेट्रोल और डीजल की बढ़ी हुई कीमतों के विरोध में प्रदर्शन कर रहे 288 लोगों को गिरफ्तार किया गया, जबकि लगभग 100 लोग घायल हो गए. वहीं फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों ने प्रदर्शनकारियों को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा है कि वह किसी भी सूरत में हिंसा बर्दाश्त नहीं करेंगे. बता दें कि फ्रांस में तेल की कीमतों में पूर्व नियोजित योजना के तहत हुई वृद्धि का विरोध कर रहे लोग हिंसा पर उतर आए हैं. भीषण विरोध प्रदर्शन के बीच ब्यूनस आयर्स में जी20 सम्मेलन के दौरान संवाददाता सम्मेलन में मैक्रों ने कहा कि मैं हिंसा को कभी स्वीकार नहीं करूंगा.
मैक्रों ने कहा कि अधिकारियों पर हमले, वाणिज्य-व्यापार को ठप करना, राहगीरों और पत्रकारों को धमकी देना या आर्क डू ट्रौम्फ का उल्लंघन करना, किसी भी सूरत में तर्कपूर्ण नहीं हो सकता है. उन्होंने कहा कि इस हिंसा के लिए दोषी लोग बदलाव नहीं चाहते हैं, वे लोग सुधार नहीं चाहते, उन्हें सिर्फ अराजकता चाहिए. वे लोग जिस कारण का समर्थन करने की ढोंग करते हैं, उसे ही धोखा दे रहे हैं. एमैनुएल मैक्रों ने कहा कि उन सभी की पहचान की जाएगी और उन्हें न्याय की जद में लाया जाएगा. उन्होंने कहा कि पेरिस वापसी के साथ ही प्रदर्शनों के सिलसिले में अपने प्रधानमंत्री और गृह मंत्री के साथ बैठक करेंगे. मैक्रों ने कहा कि मैं हमेशा बहस का सम्मान करूंगा. मैं हमेशा विपक्ष की बात सुनूंगा लेकिन हिंसा को कभी स्वीकार नहीं करूंगा.
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि शनिवार को पेट्रोल और पेट्रोल की बढ़ी हुई कीमतों और हाइड्रोकार्बन टैक्स बढ़ाने के विरोध में बड़ी संख्या के लोगों के सड़कों पर उतरने के बाद पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हो गई. फ्रांस के गृह मंत्रालय के मुताबिक, शनिवार को हुआ प्रदर्शन तीसरे सप्ताह लगातार हुआ इस तरह का प्रदर्शन है. इसमें अनुमानित रूप से 36,500 लोगों ने हिस्सा लिया. बीते सप्ताह हुए एक और प्रदर्शन में 53,000 लोगों ने हिस्सा लिया था जबकि उसके एक सप्ताह पहले हुए प्रदर्शन में लगभग 113,000 लोग शामिल हुए थे. गृह मंत्री क्रिस्टोफ कैस्टनर ने ट्वीट कर कहा कि 1,500 उपद्रवी शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन कर रहे लगभग 200 लोगों के समूह में घुस गए और चैम्पस एलिसीस के पास उग्र हो गए.
पेरिस: पेट्रोल- डीजल की बढ़ी हुई कीमतों के विरोध में प्रदर्शन कर रहे लोगों को किया गया गिरफ्तार
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