लखनऊ ; पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों के विरोध में सोमवार को कांग्रेस ने भारत बंद रखा। कांग्रेस ने दावा किया कि इसमें कुल 21 दल शामिल हुए। राजघाट से रामलीला मैदान तक मार्च निकाला गया। इसमें 16 दलों के नेता शामिल हुए। रामलीला मैदान पर राहुल गांधी ने कहा कि पेट्रोल की कीमत 80 रुपए से ज्यादा है। मोदीजी पहले कहते थे तेल के दाम बढ़ रहे हैं। अब कुछ नहीं बोलते।
राहुल गांधी ने कहा कि आज किसानों और मजदूरों को रास्ता नहीं दिख रहा। हिन्दुस्तान में रास्ता सिर्फ 15-20 पूंजीपतियों को दिख रहा है। राफेल डील में हुए घोटाले का पैसा हिंदुस्तान के लोगों का है। यह आपकी जेब से छीना गया है। जीएसटी ने छोटे और मझोले व्यापारियों को खत्म कर दिया। देश का कालाधन सफेद हो गया। उन्होंने कहा कि जो दुख देश की जनता के दिल में है वह हमारे दिल में है। लेकिन बीजेपी और नरेंद्र मोदी के दिल में नहीं है। आज इस जगह पूरे विपक्षी दल एकसाथ बैठे हैं। हम मिलकर भाजपा को हराने जा रहे हैं।
विपक्षी दल साथ में दिखे नहीं : मंच पर सपा, बसपा, नेशनल कांफ्रेंस और तृणमूल कांग्रेस का कोई प्रतिनिधि नजर नहीं आया। इस पर गुलाम नबी आजाद ने सफाई दी। उन्होंने कहा कि 16 पार्टियों के प्रतिनिधियों ने भाषण दिए। कुछ विपक्षी दलों के प्रतिनिधियों ने अलग से प्रदर्शन में हिस्सा लिया। इससे पहले राहुल गांधी ने राजघाट पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देने के बाद मार्च निकाला।
कहीं ट्रेन रोकीं तो कहीं पर तोड़फोड़ किया : बंद का बिहार, राजस्थान, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना और कर्नाटक में असर देखा गया। बिहार में ट्रेनें रोकी गईं, वाहनों में तोड़फोड़ की गई। ओडिशा के संबलपुर में भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ट्रेनें रोकीं। मध्यप्रदेश के उज्जैन में पेट्रोल पंप पर तोड़फोड़ की गई।
भारत बंद को 21 दलों को समर्थन : भारत बंद में कांग्रेस समेत 21 दल शामिल रहे। इनके लोकसभा में 87 सांसद हैं। इनमें कांग्रेस के 48, माकपा के नौ, राकपा के सात, सपा के सात, राजद के चार, एआईडीयूएफ के तीन, झामुमो के दो और ईयूएमएल के दो सांसद हैं। इनके अलावा एनसी, जेडीएस, आरएसपी, भाकपा और रालोद के 1-1 सांसद हैं। बसपा, द्रमुक, लोजद, मनसे, हम, केरल कांग्रेस, एमडीएमके और फॉरवर्ड ब्लॉक का भी इस बंद को समर्थन है। हालांकि, इन दलों का लोकसभा में कोई सांसद नहीं है।
भारत बंद समर्थन में 7 दल कांग्रेस के साथ नहीं : जो सरकार विरोधी बंद के समर्थन में नहीं हैं उनके लोकसभा में 125 सांसद हैं। इनमें अन्नाद्रमुक के 37, टीएमसी के 34, बीजद के 19, तेदपा के 16, टीआरएस के 11, वायएसआरसी के 4 और आप के 4 सांसद हैं।