अशाेक यादव, लखनऊ। प्रवर्तन निदेशालय के लखनऊ जोन कार्यालय ने गुरुवार को पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति और उनके परिवार की अचल संपत्तियों, कंपनियों, एवं विभिन्न बैंक खातों में जमा धनराशि को मिलाकर कुल 36.94 करोड़ रुपये अनंतिम रूप से जब्त कर लिया।
इसमें परिवार के सदस्यों के 57 बैंक खातों में जमा 3.5 करोड़ रुपये और 33.45 करोड़ रुपये मूल्य की 60 अचल संपत्तियां शामिल हैं। हालांकि जब्त की गई अचल संपत्तियों का मौजूदा बाजार मूल्य लगभग 55 करोड़ रुपये है।
ईडी ने गुरुवार को प्रजापति और उनके परिवार के सदस्यों के खिलाफ प्रिवेंशन आफ मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत कोर्ट में चार्जशीट भी दायर किया। इसमें उनके बेटों, परिवार के अन्य सदस्यों तथा कंपनियों के डमी निदेशकों के माध्यम से बड़े पैमाने पर मनी लांड्रिंग करने के आरोप लगाए गए हैं।
गायत्री और उनके परिवार के सदस्यों के 32 बैंक खातों में जमा धन और 17 अचल संपत्तियों की कीमतों को मिलाकर 11.70 करोड़ रुपये की संपत्तियां जब्त की गई हैं। बेनामी संपत्तियों में सात बैंक खातों व 17 अचल संपत्तियों को मिलाकर 2.77 करोड़ रुपये जब्त किए गए हैं।
इसी तरह कंपनियों के 12 बैंक खातों और 26 अचल संपत्तियों की कीमत 22.47 करोड़ रुपये है। जिन कंपनियों की संपत्तियां जब्त की गई हैं उनमें एमजीए कॉलोनाइजर्स प्राइवेट लिमिटेड, एमजीए हॉस्पिटैलिटी सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड, एमएसए इंफ्रावेंचर प्राइवेट लिमिटेड, एमजीएम एग्रोटेक प्राइवेट लिमिटेड, कान्हा बिल्डवेल प्राइवेट लिमिटेड, दया बिल्डर्स प्राइवेट लिमिटेड, एक्सेल बिल्डटेक प्राइवेट लिमिटेड, लाइफ केयर मेडिकल एंड रिसर्च सेंटर प्राइवेट लिमिटेड तथा गुरुनानक कोल्ड स्टोरेज शामिल हैं।