लखनऊ-आगरा : पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के अस्थि विसर्जन के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उनके पैतृक गांव बटेश्वर पहुंचे. बटेश्वर पहुंचने के बाद सीएम योगी ने रानीघाट पर अटल जी की अस्थियों को यमुना में विसर्जित किया. इस दौरान उनकी बेटी नमिता भट्टाचार्य अपने परिवार सहित वहां मौजूद रहीं. अस्थि विसर्जन के बाद सीएम जैन मंदिर पहुंचे जहां श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया था. श्रद्धांजलि सभा में उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री के पैतृक आवास को स्मारक बनाने की घोषणा की, फिर दिल्ली के लिए रवाना हो गए.
पहले से निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक, सीएम योगी को अस्थि विसर्जन के बाद पूर्व प्रधानमंत्री के पैतृक घर भी जाना था. लेकिन, वे वहां नहीं पहुंच पाए और दूसरे कार्यक्रमों में शामिल होने के बाद दिल्ली के लिए रवाना हो गए. इसकी वजह से लोगों का गुस्सा भड़क गया. उन्हें भरोसा था कि वे उनके पैतृक घर भी पहुंचेंगे और विकास की नई योजनाओं की घोषणा करेंगे.
स्थानीय लोगों में इससे नाराजगी थी. उन्होंने बताया कि हमें सीएम के दौरे से काफी उम्मीदें थी. हमें भरोसा था कि वे यहां आएंगे तो बटेश्वर की तकदीर बदलेगी. गांव और आसपास के इलाकों में जो कमी है उस कमी को पूरा किया जाएगा. साथ ही विकास की घोषणाएं की जाएंगी, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ. हम इससे निराश हैं.