लखनऊ : पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की अस्थियों को विसर्जन करने के दौरान शनिवार शाम बस्ती में कुआनो नदी के अमहट घाट पर नाव पलट गई। नाव पर राज्यमंत्री सुरेश पासी, भाजपा पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डा. रमापाति राम त्रिपाठी, सांसद हरीश द्विवेदी, चार विधायक व एसपी दिलीप कुमार समेत17 लोग सवार थे। नाव पर चढ़ते समय संतुलन बिगड़ने के चलते नाव पलट गई और लोग कुआनो नदी के पानी में गिर गए। मौजूद सुरक्षाकर्मियों व अन्य लोगों ने सभीको बाहर निकाल लिया।
कुआनो नदी के अमहट घाट शिवमंदिर परिसर में शनिवार को लगभग एक घंटे की जनसभा के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं ने अटल जी के अस्थि कलश पर पुष्प अर्पित किए। इसके बाद दो मिनट का मौन रखकर उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। फिर भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डा. रमापति राम त्रिपाठी कलश लेकर आगे बढ़े और फूलों से सजी नाव पर सवार हुए। इस नाव पर बांस की फट्ठियां लगी थी।
हादसे के बाद मची अफरा-तफरी
डा. त्रिपाठी के बाद राज्यमंत्री सुरेश पाशी, भाजपा प्रदेश मंत्री त्रयंबक त्रिपाठी, सांसद हरीश द्विवेदी, विधायक अजय सिंह, रवि सोनकर, दयाराम चौधरी, संजय जायसवाल, हिन्दू युवा वाहिनी के जिलाध्यक्ष अज्जू हिन्दुस्तानी, जिलाध्यक्ष, सरोज बाबा पहले से नाव पर मौजूद थे।
नाव जैसे चलने को हुई तभी 10-12 की संख्या में अन्य कार्यकर्ता नाव पर तेजी से सवार होने लगे। चढ़ने वाले घाट की तरफ भार बढ़ने से अचानक नाव पलट गई। हादसे के बाद भगदड़ मच गई। पुलिस, विशिष्टजनों के सुरक्षा कर्मी, भाजपा कार्यकर्ता पानी में कूदे और सभी को बाहर निकाला। एसपी दिलीप कुमार को सीओ सिटी आलोक सिंह ने बाहर निकाला। भाजपा मीडिया प्रभारी डब्लू ने क्षेत्रीय उपाध्यक्ष, जिलाध्यक्ष व एक सुरक्षा कर्मी को बाहर निकाला। जब सभी के निकलने की पुष्टि हो गई तो मौके पर हालात सामान्य हुआ। फिर सभी ने मिलकर अस्थियों को नदी के किनारे घाट पर ही विसर्जित कर दिया।
लगभग दो सौ की संख्या में भाजपा कार्यकर्ता, पुलिसकर्मी व पत्रकार मौजूद थे। किसी अनहोनी से अनभिज्ञ सब इधर उधर देख रहे थे। नाव से नदी के बीच में जाकर अस्थि कलश विसर्जित करने का कार्यक्रम था। लोग नाव पर सवार हो रहे थे। तभी जोर-जोर से लोग चिल्लाने लगे बचाओ-बचाओ, भागो-भागो और इतने में पुलिसकर्मी सबको हटाने लगे। किसी की समझ में नहीं आया क्या हो गया। कुआनो तट पर भगदड़ मच गई लोग अपनी जान बचाने को लेकर भागने लगे। पता चला कि नाव पलट गई।