गुजरात काडर के पूर्व आईएएस अधिकारी एके शर्मा गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो सकते हैं। पार्टी सूत्रों का दावा है कि वह गुरुवार को लखनऊ पहुंच रहे हैं और उन्हें विधान परिषद के लिए उम्मीदवार बनाया जा सकता है।
धर, विधान परिषद चुनाव में समाजवादी पार्टी द्वारा मौजूदा सभापति को प्रत्याशी न बनाए जाने के चलते सभापति के लिए भी चुनाव तय माने जा रहे हैं। देखना दिलचस्प होगा कि भारतीय जनता पार्टी विधान परिषद में सभापति के लिए किस पर दांव लगाती है।
आईएएस एके शर्मा ने हाल ही में वीआरएस लिया है। उन्हें भाजपा के शीर्ष नेताओं का खासा करीबी माना जाता है। पार्टी सूत्रों ने बताया कि कि वह कल लखनऊ आएंगे और यहां पार्टी में शामिल हो सकते हैं। उन्हें विधान परिषद भेजने के बाद कोई महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी जा सकती है।
दूसरी ओर विधान परिषद में सभापति के लिए अब चुनाव होना तय है। दरअसल, सियासी गलियारे में सभी दलों की नज़रें इस पर टिकी थीं कि समाजवादी पार्टी परिषद के लिए कितने उम्मीदवार उतारती है और किसे? चूंकि मौजूदा सभापति रमेश यादव समाजवादी पार्टी के कोटे से थे और उनका कार्यकाल 30 जनवरी को खत्म हो रहा है। ऐसे में सवाल है कि विधान परिषद का सभापति कौन होगा?
दरअसल, समाजवादी पार्टी का विधान परिषद में बहुमत है। भाजपा 10 सदस्य बनने के बाद भी बहुमत की स्थिति में नहीं होगी। नतीजतन, यह चर्चाएं तेज हो गई हैं कि सभापति के लिए चुनाव होगा या फिर आम सहमति से सभापति बनाया जाएगा। फिलवक्त समाजवादी पार्टी के सदस्यों की परिषद में संख्या 55 है। उसके चार सदस्यों का कार्यकाल 30 जनवरी को खत्म हो जाएगा। इसी के साथ भाजपा के 32 सदस्य होंगे।