नई दिल्ली: पुलवामा हमले के बाद पाकिस्तान को अलग-थलग करने की कोशिश में जुटे भारत को एक बड़ी सफ़लता मिलती दिखाई दे रही है.हमले के बाद भारत के सख़्त तेवर को देखते हुए सउदी प्रिंस ने अपनी पाकिस्तान यात्रा को एक दिन के लिए कम कर दिया है.सूत्रों के मुताबिक प्रिंस के साथ पाकिस्तान आने वाला सउदी व्यापारिक प्रतिनिधिमंडल ने भी अपना दौरा रद्द कर दिया है.जाहिर है ऐसे में पाकिस्तान को सउदी से 14 बिलियन यूएस डॉलर की प्रस्तावित मदद भी अटक गई है. इस बीच चौतरफ़ा दबाब के बीच पाकिस्तान की झल्लाहट साफ़ दिखाई दे रही है. पाकिस्तान ने इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग में उप-उच्चायुक्त गौरव अहलूवालिया को तलब किया और उनसे पुलवामा आतंकी हमले पर लग रहे आरपों को लेकर अपनी आपत्ति दर्ज कराई.पुलवामा हमले के बाद पाकिस्तान को अमेरिका की तरफ़ से भी जबरदस्त फटकार लगी है.
पाकिस्तान ने इस मामले में अमेरिका के चार्ज डे अफेयर्स पॉल जोन्स को तलब कर कहा कि पुलवामा हमले के लिए उसे कैसे ज़िम्मेदार ठहराया जा सकता है.लेकिन जैश और लश्कर के सरगनाओं को पाक में मिल रही खुली छूट पाकिस्तान की हर झूठ को बेनकाम कर रही है. जम्मू एवं कश्मीर के पुलवामा में अवन्तीपुरा के गोरीपुरा इलाके में उस वक्त गुरुवार को हमला हुआ, जब सीआरपीएफ (CRPF) का काफिला गुजर रहा था.सीआरपीएफ काफिले पर हुए हमले में करीब 350 किलो IED का इस्तेमाल हुआ. आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने हमले की जिम्मेदारी ली और इसे आत्मघाती बताया. फिलहाल 42 जवानों के शहीद होने की आधिकारिक रूप से पुष्टि हुई है.
रक्षा अधिकारी ने हताहतों की संख्या बढ़ने की आशंका जताई है. उधर, पीएम नरेंद्र मोदी सहित कई राजनेताओं ने हमले की निंदा की है. रिपोर्ट के अनुसार उरी के बाद यह सबसे बड़ा आतंकी हमला है.. घायलों का श्रीनगर स्थित सेना के अस्पताल में इलाज चल रहा है.सीआरपीएफ (CRPF) के जवानों को ले जा रही बस को मुख्य रूप से निशाना बनाया गया था. हमले में कई अन्य वाहन भी क्षतिग्रस्त हुए हैं. सेना के एक अधिकारी ने बताया कि सीआरपीएफ जवानों को निशाना बनाकर किए गए आईईडी विस्फोट की जिम्मेदारी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली है. आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने इसे आत्मघाती हमला बताया है. बता दें कि यह हमला श्रीनगर से सिर्फ 20 किलोमीटर की दूरी पर हुआ है. रक्षा राज्य मंत्री सुभाष भामरे ने कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. इस बीच पीएम मोदी ने राष्ट्रीय सुरक्षा सहलाहकार (NSA) अजीत डोभाल से भी बात की