रूस : रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन के खिलाफ कड़ा रुख अपना लिया है. पुतिन ने शनिवार को कहा कि यूक्रेन में जब तक वर्तमान सरकार सत्ता में है, तब तक पूर्वी यूकेन में संघर्ष समाप्त होने की कोई सूरत नहीं है. पुतिन ने अर्जेंटीना में जी20 शिखर सम्मेलन की समाप्ति पर कहा, ‘यूक्रेन के वर्तमान प्राधिकार को संघर्ष समाप्त करने में कोई दिलचस्पी नहीं है खासतौर पर शांतिपूर्ण तरीके से.’ रूसी नेता ने कहा कि जब तक वे सत्ता में हैं युद्ध जारी रहेगा. गौरतलब है कि चार वर्ष पहले यूक्रेन की सरकार के खिलाफ रूसी अलगावादियों के संघर्ष में अब तक 10 हजार से ज्यादा लोगों की जानें जा चुकी हैं. इनमें से एक तिहाई आम नागरिक हैं.
इस संघर्ष से पश्चिमी देशों के साथ रूस के रिश्ते संबंध तनावपूर्ण हो गए हैं. इन देशों का आरोप हैं कि क्रीमिया पर कब्जे के कारण 2014 में संघर्ष शुरू हुआ. भारी सैन्य खर्चों तथा अलगाववादियों के कब्जे वाले क्षेत्रों में अहम उद्योगों को नुकसान पहुंचने से यूक्रेन की अर्थव्यवस्था चरमरा गई है. लेकिन रूसी राष्ट्रपति ने यूक्रेन की आर्थिक समस्याओं को खारिज करते हुए कहा कि युद्ध में आर्थिक समस्याओं का हवाला देना हमेशा आसान होता है. इससे पहले पुतिन ने अमेरिका के साथ भविष्य में किसी भी प्रकार की बातचीत की संभावना से इनकार कर दिया. पुतिन का यह कदम ट्रंप के उस फैसले के बाद आया जिसमें ट्रंप ने जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान पुतिन के साथ बैठक के लिए मना कर दिया था.
क्रेमलिन (रूस) ने कहा था कि जी 20 शिखर सम्मेलन में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ वार्ता रद्द करने का अमेरिका के राष्ट्रीय डोनाल्ड ट्रंप का फैसला अफसोसजनक है. पुतिन के प्रवक्ता दमित्री पेसकोव ने रूसी समाचार एजेंसियों को बताया, कि हमें अफसोस है कि अमेरिकी प्रशासन ने बातचीत रद्द कर दी. बता दें कि बीते 25 नवंबर को क्रिमियाई प्रायद्वीप में रूसी सैनिकों ने कथित रूप से रूसी क्षेत्र अजोव सागर में प्रवेश करने के बाद यूक्रेन की नौसेना के जहाजों पर हमला कर उन्हें कब्जे में ले लिया था. जिसके बाद ट्रंप ने पुतिन ने कहा कि मैं पुतिन से नहीं मिलूंगा क्योंकि उनकी सेना द्वारा कब्जे में लिए गए जहाज और यूक्रेन के 24 नाविकों को अब तक वापस नहीं भेजा गया है.