नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भ्रष्टाचार के मामलों में हाल में पूर्व गृह एवं वित मंत्री पी चिदंबरम पर हुई कानूनी कार्रवाई की ओर इशारा करते हुए कहा, ‘उनकी सरकार ने दूसरी पारी प्रारंभ करते ही भ्रष्टाचार के खिलाफ भी निर्णायक लड़ाई छेड़ दी है. भ्रष्टाचार में शामिल लोगों को उनकी सही जगह पहुंचाने का काम तेजी से चल रहा है. कुछ लोग अपने उचित जगह पहुंच भी गये हैं.’ प्रधानमंत्री ने कहा, ‘हमारी भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई की प्रतिबद्धता अटल है. कुछ लोगों ने इस देश में अपने आप को कानून और अदालतों से भी ऊपर समझ लिया था. आज वही लोग अदालतों से जमानत की गुहार लगा रहे हैं.’ उन्होंने अन्य भ्रष्टाचारियों पर भी शीघ्र कानून का शिकंजा कसने की ओर इशारा करते हुए कहा, ‘अभी तो सिर्फ शुरूआत हुई है, अभी बहुत काम बाकी है.’
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गुरुवार को रांची ने आतंकवाद एवं भ्रष्टाचार के खिलाफ निर्णायक लड़ाई, मुस्लिम महिलाओं हितों की रक्षा तथा जम्मू कश्मीर के विकास के उपायों सहित अपनी सरकार के पहले 100 दिनों में उठाये गये कदमों का उल्लेख करते हुए बृहस्पतिवार को यहां कहा कि ‘इन सभी मामलों में देश ने अभी उनकी सरकार का बस ‘ट्रेलर देखा है, पूरी फिल्म तो अभी बाकी है.’ प्रधानमंत्री ने झारखण्ड विधानसभा के नये भवन के उद्घाटन के बाद साहेबगंज में मल्टी मोडल बंदरगाह का उद्घाटन किया और कहा कि यह झारखंड ही नहीं देश के विकास में बहुत महत्वपूर्ण होगा. उन्होंने कहा कि आज देश जितनी तेजी से चल रहा है, हर क्षेत्र में विकास कर रहा है उतनी गति से इतिहास में देश कभी नहीं चला था.
मोदी ने कहा कि देश हर क्षेत्र में विकास कर रहा है और गरीबों और किसानेां की कल्याण योजनाएं तेजी से लागू की जा रही हैं. इससे पूर्व प्रधानमंत्री ने 1238 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले झारखण्ड सचिवालय के नए भवन का भी शिलान्यास किया. मोदी ने अप्रैल 2017 में साहिबगंज मल्टी-मोडल टर्मिनल की आधारशिला रखी थी, जिसका निर्माण लगभग दो वर्षों की रिकॉर्ड अवधि में 290 करोड़ रुपये की लागत से हुआ है. उन्होंने तीन तलाक जैसी प्रथा से मुस्लिम महिलाओं के हितों की रक्षा के लिए संसद के पहले ही सत्र में कानून पारित किये जाने की ओर ध्यान दिलाते हुए कहा, ‘‘मेरी सरकार ने पहले सौ दिनों में ही मुस्लिम बहनों के हितों की रक्षा के लिए यह बड़ा कदम उठाया जबकि प्रमुख विपक्षी दलों ने सरकार का साथ नहीं दिया।”
यह जल मार्ग विकास परियोजना (जेएमवीपी) के तहत गंगा नदी पर बनाए जा रहे तीन मल्टी-मोडल टर्मिनलों में से दूसरा टर्मिनल है। इससे पहले नवम्बर, 2018 में प्रधानमंत्री ने वाराणसी में पहले मल्टी-मोडल टर्मिनल (एमएमटी) का उद्घाटन किया था। मोदी ने कहा कि मल्टी-मोडल टर्मिनल से इस क्षेत्र में लगभग 600 लोगों के लिए प्रत्यक्ष रोजगार और तकरीबन 3000 लोगों के लिए अप्रत्यक्ष रोजगार सृजित होने की आशा है। नये मल्टी-मोडल टर्मिनल के जरिए साहिबगंज में सड़क-रेल-नदी परिवहन के संयोजन से अंदरूनी इलाकों का यह हिस्सा कोलकाता एवं हल्दिया और उससे भी आगे बंगाल की खाड़ी से जुड़ जाएगा। इसके अलावा साहिबगंज नदी-समुद्र रूट से बांग्लादेश होते हुए पूर्वोत्तर राज्यों से भी यह जुड़ जाएगा.