आगरा: योगी आदित्यनाथ आज आगरा के दौरे पर हैं. ताजमहल का दीदार करने के बाद उन्होंने कहा कि आगरा आने पर उन्हीं लोगों को ऐतराज है जिन्होंने यूपी को बांट रखा है. उस समय विकास का काम नहीं करवाया अब पीड़ा सामने आ रही है.
‘‘मोहब्बत की जीती-जागती’’ मिसाल कहलाने वाले ताजमहल को लेकर भाजपा के मंत्रियों और नेताओं के विवादित बयानों की पृष्ठभूमि में आगरा पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 17वीं सदी की इस इमारत के बाहर पार्किंग में झाडू लगाकर सफाई की। दर्जनों अधिकारियों और पुलिस कमांडो के साथ यहां पहुंचे योगी ने पीले दस्ताने, सफेद टोपी और प्रदूषण रोधी मास्क पहन कर भाजपा के करीब 500 कार्यकर्ताओं के साथ ताजमहल के पश्चिमी दरवाजे पर झाडू लगाई।
आगरा पहुंचे मुख्यमंत्री की सुरक्षा के लिए शहर में 14,000 से ज्यादा पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। आदित्यनाथ ताजमहल का दीदार करने वाले उत्तर प्रदेश में भाजपा के पहले मुख्यमंत्री हैं। उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग की बुकलेट में राज्य की विकास परियोजनाओं की सूची से ताजमहल का नाम नदारद होने, मंत्रियों और विधायकों द्वारा विवादित बयान दिये जाने की पृष्ठभूमि में योगी आदित्यनाथ के ताजमहल आने की घोषणा हुई थी। गौरतलब है कि भाजपा विधायक संगीत सोम ने ताजमहल को ‘‘भारतीय इतिहास पर धब्बा’’ बताया था जबकि भाजपा सांसद विनय कटियार ने कहा था कि यह मूल रूप से शिव मंदिर ‘तेजो महालय’ है।
हालांकि, इस विवाद के बीच, गोरखपुर में मुख्यमंत्री योगी ने ताजमहल को भारतीयों के ‘खून पसीने’ से बनी इमारत बताते हुए इसे विश्वस्तरीय स्मारक एवं ‘भारत का गौरव’ करार दिया था। योगी की यह टिप्पणी बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान दिये गए उनके बयान के बिल्कुल विपरीत थी। चुनाव प्रचार के दौरान योगी ने कहा था कि ताजमहल भारतीय संस्कृति को नहीं दर्शाता है और विदेश से आने वाले गणमान्य लोगों को ताजमहल की प्रतिकृति के स्थान पर गीता की प्रति भेंट की जानी चाहिए।
उन्होंने बताया कि राज्य सरकार पहले ही घोषणा कर चुकी है कि वह ताजनगरी में पर्यटन को बढ़ावा देने के मकसद से विकास योजनाओं पर 370 करोड़ रुपये खर्च करेगी। करीब दो साल पहले प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ताजमहल का दीदार करने आये थे।
अखिलेश वैलेंटाइन डे के दिन यहां आये थे और पत्नी डिंपल यादव के साथ ताजमहल के सामने बेंच पर बैठकर तस्वीर खिंचवायी थी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खैरिया हवाईअड्डे पर उतरने के बाद नांगला पाइमा गांव गये जहां उन्होंने रबड़ चेक डैम का निरीक्षण किया। वह काचपुरा गांव भी गये।