भोपाल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि पिछले सौ साल में दुनिया पर आई सबसे भयंकर विपदा कोरोना महामारी की पहली और दूसरी लहर के दौरान सरकार ने 80 करोड़ भारतीयों को मुफ्त राशन मुहैया कराया।
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के मध्यप्रदेश के लाभार्थियों को वीडियो कान्फ्रेंस के जरिये संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मध्यप्रदेश में पांच करोड़ लोगों को और देश में 80 करोड़ लोगों को कोरोना महामारी के पहली और दूसरी लहर के दौरान मुफ्त राशन प्रदान किया गया।
प्रधानमंत्री ने मध्यप्रदेश के सतना, होशंगाबाद, बुरहानपुर और निवाड़ी के लाभार्थियों से सीधे बातचीत कर यह भी जाना कि उन्हें मुफ्त राशन मिला या नहीं अथवा राशन मिलने में किसी तरह की दिक्कत का सामना तो नहीं करना पड़ रहा है।
इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने लोगों से अन्य योजनाओं से मिलने वाले लाभ को लेकर भी सवाल किए। मोदी ने कोरोना के खिलाफ देश में चलाए जा रहे टीकाकरण अभियान का जिक्र करते हुए कहा कि शुक्रवार को देश में 50 करोड़ लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य हासिल किया जो कि एक बड़ी उपलब्धि है।
कोरोना काल में देश में गरीबों को मुफ्त राशन और शहरों से गांवों में वापस आए लोगों के लिए रोजगार योजनाओं का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा,” भारत ने कोरोना वायरस के संकट से निपटने की अपनी रणनीति में गरीबों को पहली प्राथमिकता दी। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना हो या प्रधानमंत्री रोजगार योजना, हमने पहले दिन से ही गरीबों के भोजन और रोजगार के बारे में सोचा।”
उन्होंने कहा, ” इन सारे प्रबंधों के साथ भारत ने मेड इन इंडिया पर जोर लगाया। इसी कारण भारत के पास अपनी प्रभावी सुरक्षित वैक्सीन भी है। 50 करोड़ डोज लगाने के पड़ाव को हमने कल पार किया है। दुनिया के कई देशों की आबादी से अधिक टीके भारत एक सप्ताह में लगा रहा है। यह नये भारत का आत्मनिर्भर भारत है। कभी हम दुनिया में पीछे रहते थे लेकिन अब हम आगे हैं।”
उन्होंने कहा कि आगे आने वाले दिनों में हमें देश में टीकाकरण को और बढ़ाना है। कोविड-19 की संभावित तीसरी लहर से लोगों को सावधान करते हुए मोदी ने लोगों से कहा, ” आने वाले उत्सवों में हमें कोरोना को नहीं भूलना है तीसरी लहर को आने से रोकना है । इसके लिए हमें मिलकर काम करना है।
उन्होंने कहा, ” मास्क, टीका, दो गज की दूरी, बहुत है जरुरी।” मोदी ने अपनी सरकार की वोकल फॉर लोकल पहल पर जोर देते हुए कहा कि भारतीयों को त्योहारों पर हस्तशिल्प की चीजें खरीदना चाहिए ताकि इस क्षेत्र में काम करने वालों को प्रोत्साहित किया जा सके।