अशाेक यादव, लखनऊ। देश में कोरोना टीकाकरण का दूसरा चरण शुरू होने पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र माेदी ने आज कोविड -19 से सुरक्षा के लिए कोरोना वैक्सीन लगवायी। मोदी सोमवार सुबह सवेरे अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान पहुंचे जहां उन्हें भारत बायोटेक द्वारा विकसित वैक्सीन , कोवैक्सीन की पहली डोज दी गयी।
प्रधानमंत्री ने खुद ट्वीट कर इसकी जानकारी दी और कोरोना के खिलाफ अभियान में सहयोग की अपील करते हुए लोगों से वैक्सीन लगवाने की अपील की। उन्होंने कहा कि आज एम्स जाकर वैक्सीन का पहला डोज लिया। कोरोना के खिलाफ वैश्विक लड़ाई को मजबूत करने में हमारे डॉक्टर और वैज्ञानिकों ने जिस तेजी से काम किया वह असाधारण है। मैं सभी योग्य लोगों से अपील करता हूं कि वे वैक्सीन लगवाएं। हमें साथ मिलकर देश को कोरोना मुक्त बनाना है।
प्रधानमंत्री को सिस्टर पी निवेदिता और सिस्टर रोसम्मा अनिल ने वैक्सीन लगायी। वह इस मौके पर असमी गमछा पहने हुए थे। यह गमछा असम की महिलाओं के आशीर्वाद का प्रतीक है। उन्होंने इससे पहले भी कई मौकों पर यह गमछा पहना है। प्रधानमंत्री सुबह सवेरे ही एम्स पहुंच गये थे जिससे उनके लिए अलग से कोई विशेष व्यवस्था नहीं की गयी थी और यह ध्यान में रखा गया था कि इस दौरान आम लोगों को किसी तरह की तकलीफ न हो।
नर्स निवेदा ने बाद में संवाददाताओं से कहा कि टीका लगवाने के बाद प्रधानमंत्री ने उनसे कहा, ”लगा भी दिया, पता भी नहीं चला।’ उन्होंने बताया कि वह गत तीन साल से एम्स में कार्यरत हैं और इस समय टीकाकरण केंद्र में सेवाएं दे रही हैं। निवेदा ने कहा, ”हमे पता चला कि आज सुबह प्रधानमंत्री टीकाकरण के लिए आ रहे हैं। मैं जब यहां पहुंची तो मुझे यह जानकारी मिली कि प्रधानमंत्री आ रहे हैं। मुझे उनसे मिलकर बहुत खुशी हुई।”
नर्स ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी को भारत बायोटेक के कोवैक्सीन टीके की पहली खुराक दी गई है और उन्हें 28 दिन में दूसरी खुराक दी जाएगी। उन्होंने कहा, ”प्रधानमंत्री ने हमसे पूछा कि वह कहां की रहने वाली हैं।” एक अन्य नर्स अनिल ने कहा कि उन्हें प्रधानमंत्री से मिलकर बहुत खुशी हुई। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ”बहुत सहज” थे।
उल्लेखनीय है कि आज से कोरोना की रोकथाम के लिए देश में टीकाकरण का दूसरा चरण शुरू हो रहा है। इस चरण में 60 वर्ष से अधिक आयु के तथा सहरोगों से पीड़ित 45 वर्ष से अधिक आयु के लोगों का टीकाकरण किया जायेगा। पहले चरण में स्वास्थ्यकर्मियों तथा अग्रिम पंक्ति के कोराेना यौद्धाओं को टीका लगाया गया था।