देहरादून: 2019 के चुनावों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जीत के लिए नेता अमर सिंह गंगा पूजन करने हरिद्वार पहुंचे। मकर संक्रांति के मौके वह मंगलवार तड़के हरिद्वार पहुंचे। उन्होंने कहा कि परिणाम जो भी हो पीएम की नीतियां ही जितेंगी। मोदी विराट व्यक्त्तित्व वाले हैं। वहीं बसपा और सपा के गठबंधन पर उन्होंने कहा कि गठबंधन करना सपा की मजबूरी है। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के नतीजे कुछ भी हो, लेकिन पीएम मोदी की नीतियां ही विजयी होंगी और बाकी लोग हारेंगे। मोदी हठधर्मी नेता नहीं हैं। जीएसटी कांग्रेस ने बनाई है, लेकिन मोदी जी के कार्यकाल में यह लागू की गई। इसकी कमियां दूर की गईं। मोदी जन भावनाओं का सम्मान करने वाले प्रधानमंत्री हैं। कहा कि हाल में लोगों ने एससी-एसटी एक्ट को बड़ा मुद्दा बनाया, कहा कि सवर्णों के साथ अन्यान हो रहा है। जिस कारण सवर्णों के लिए 10 प्रतिशत आरक्षण की सूची सदन के पटल पर रखी गई और वह पास हो गई।
जिस तरह से मोदी ने देश को जीएसटी दी, सवर्णों को आरक्षण दिया, उसी तरह उनके तरकश में अभी और कई तीर हैं। और लगातार ये तीर चलेंगे। जिससे दुश्मन धराशायी होंगे। उन्होंने सपा और बसपा के गठबंधन पर कहा कि समाजवादी पार्टी का राजनीतिक पतन हो रहा है। और समाजवादी नेता जानते हैं कि बिना हाथी की पीठ की सवारी के अस्तित्व बचा पाना कठिन है। सपा की रीढ़ की हड्डी शिवपाल हैं। यदी वह कांग्रेस में चले जाते हैं। तो ये दल और छोटे-छोटे दल मिलकर क्या नरेंद्र मोदी के विराट व्यक्तित्व को चुनौती दे सकेंगे। अमर सिंह ने कहा कि मेरी प्रतिबद्धता मोदी के साथ हैं। मुझे किसी पद की अभिलाषा नहीं है। 24 साल मैंने राजनीति कर ली है। अब मैं राष्ट्रनीति करना चाहता हूं। मेरी आवाज, मेरा चेहरा और मेरी पहचान नरेंद्र मोदी के लिए है।
कहा कि पिछले 20 सालों से मायवती मुलायम सिंह पर चीर और शील हरण का मुकदमा चला रही हैं। और वह मुकदमा मुलायम सिंह राज्य में जीत गए हैं। सुप्रीम कोर्ट में यह केस चल रहा है। क्या मायावती यह मुकदमा हटाने के लिए तैयार हैं? या मायावति के नए प्रवक्ता मुलायम सिंह के पुत्र और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव भी इस बात से सहमत है कि उनके पिता पर लगे आरोप सही हैं। उसकी सजा उन्हें मिलनी चाहिए। क्योंकि सपा के पांच साल के शासन काल में मुलायम सिंह खिलाफ ये जो झूठा आरोप लगा था इसका निराकरण अखिलेश कर सकते थे। लेकिन उनकी सरकार ने अपने पिता के विरुद्ध लगाए गए आरोपों पर कुछ नहीं किया।