नई दिल्ली। कोरोना संकट के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार राष्ट्र के नाम संदेश में बड़ा ऐलान किया है। योग दिवस यानी 21 जून से देश में 18 साल से अधिक उम्र वाले सभी लोगों को भारत सरकार द्वारा मुफ्त वैक्सीन लगाई जाए। पीएम मोदी ने ऐलान किया कि राज्यों से वैक्सीनेशन का काम वापस लिया जाएगा और अब केंद्र सरकार ही यह काम करेगी।
नरेंद्र मोदी ने देश के लोगों से कोरोना संबंधी प्रोटोकॉल का अनुसरण करने की अपील करते हुए सोमवार को कहा कि देश ने कोरोना महामारी के खिलाफ कई मोर्चों पर लड़ाई लड़ी और मेडिकल ऑक्सीजन का उत्पादन 10 गुना तथा जरूरी दवाओं का उत्पादन कई गुना बढ़ाया गया।
राष्ट्र के नाम संबोधन में मोदी ने यह भी कहा कि 2014 में देश में टीकाकरण की कवरेज 60 फीसदी थी, लेकिन उनके पिछले पांच-छह वर्षों में इसे बढ़ाकर 90 प्रतिशत कर दिया गया। उन्होंने कहा, ”कोरोना की दूसरी लहर से हम भारतवाासियों की लड़ाई जारी है। अनेक देशों की तरह भारत भी बड़ी पीड़ा से गुजरा है।
हममें से कई लोगों ने अपने परिजनों, परिचितों को खोया है। ऐसे सभी परिवारों के साथ मेरी संवेदनाएं हैं।” प्रधानमंत्री ने कहा, ”बीते 100 वर्षों में आई यह सबसे बड़ी महामारी है। इस तरह की महामारी आधुनिक विश्व ने न देखी थी न अनुभव की थी। इस महामारी के खिलाफ हमारा देश कई मोर्चों पर एक साथ लड़ा है।”
उनके मुताबिक, ”देश में एक नयी स्वाथ्य अवसरंचना तैयार की गई थी। अप्रैल और मई में ऑक्सीजन की मांग अकल्पनीय रूप से बढ़ गई थी। भारत के इतिहास में कभी इतनी मेडिकल ऑक्सीजन की जरूरत महसूस नहीं की गई। इस जरूरत को पूरा करने के लिए सरकार के सभी तंत्र लगे।”
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ”बहुत कम से समय में ऑक्सीजन के उत्पादन को 10 गुना बढ़ाया गया। जरूरी दवाओं का उत्पादन भी कई गुना बढ़ाया गया।” उन्होंने कहा, ”कोरोना जैसे अदृश्य और रूप बदलने वाले दुश्मन के खिलाफ लड़ाई में सबसे प्रभावी हथियार प्रोटोकॉल का पालन है।”