चेन्नई / लखनऊ : प्रधानमंत्रीनरेंद्र मोदी के ’56 इंच के सीने’ पर चुटकी लेते हुए पूर्व वित्त मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने कहा है कि यकीन नहीं होता किहनुमान जी का सीना भी 52 इंच का रहा होगा. चेन्नई में एक समारोह को संबोधित करते हुए चिदंबरम ने कहा, ’52 इंच का सीना किसका है? मैंने रामायण की एक कहानी सुनी थी, जहां हनुमान जी अपना सीना चीर देते हैं. मुझे यकीन नहीं कि भगवान हनुमान का भी सीना 52 इंच का रहा होगा?’ इसके साथ ही उन्होंने नोटबंदी को लेकर भी नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, ‘नोटबंदी जैसे कई कारण है, जिसकी वजह से हम लोग इस सरकार का विरोध करते हैं. अरविंद सुब्रमण्यन ने भी अप्रत्यक्ष रूप से कहा है कि यह सही नहीं था. सभी गलतियां केवल एक ही व्यक्ति ने की हैं. जिसने नोटबंदी की, उन्होंने ही जीएसटी वाली गलती की.’
इसके अलावा उन्होंने अपने स्कूल के दिनों को याद करते हुए बहुसंख्यकवाद को तानाशाही की वजह बताया. उन्होंने कहा, ‘मैंने ईसाई स्कूल में शिक्षा हासिल की है, लेकिन मेरा क्लास लीडर मुस्लिम समुदाय से ताल्लुक रखता था. हमने कभी भी धार्मिक मतभेद नहीं देखे. लेकिन अब मैं देखता हूं तो बहुत दर्द होता है कि बहुसंख्यकवाद लोकतंत्र के खिलाफ है. यहीं तानाशाही की वजह बनता है.’ बता दें, यूपी के सीएम योगी ने हनुमान जी को विधानसभा चुनाव के प्रचार करते हुए ‘दलित’ बताया था. इसके बाद से हनुमान जी जाति को लेकर एक बहस शुरू हो गई. कोई उन्हें क्षत्रीय, कोई वैश्य, कोई खिलाड़ी, कोई मुस्लिम और कोई ब्राह्मण बता रहा था.
हाल ही केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा था कि ‘अब हमारे आराध्य हनुमान को मुस्लिम भी स्वीकारने लगे हैं.’ अपने बयानों से चर्चा में रहने वाले सिंह ने ट्वीट किया था, ‘प्रभु राम भक्त हनुमान किसी विवाद के विषय नहीं हैं. आज सभी जात-पात-धर्म के लोगों की जुबान पर हनुमान हैं.’ बिहार के नवादा से भाजपा सांसद सिंह ने आगे अपना तर्क देते हुए कहा था, ‘हमारे आराध्य हनुमान को मुस्लिम भी स्वीकारने लगे हैं, इस तरह वो खुद को श्रीराम के वंशज मानने लगे हैं. इस शुभ संकेत का मतलब है कि हनुमान जी के साथ प्रभु राम भी अयोध्या आने वाले हैं.’