लखनऊ। उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार ने विपक्ष पर कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर राज्य की छवि खराब करने का आरोप लगाते हुए सोमवार को दावा किया कि प्रदेश में संगठित अपराधों पर पूरी तरह रोक लग चुकी है। राज्य सरकार के प्रवक्ता और प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने यहां कहा कि सपा, बसपा और कांग्रेस कानून-व्यवस्था की बदहाल तस्वीर पेश कर प्रदेश की छवि खराब कर रही हैं। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में संगठित अपराध पर पूरी तरह अंकुश लग चुका है। कुछ स्थानों पर आपसी रंजिश में हत्या की घटनाएं हुई हैं। सरकार इस पर गंभीरता से कार्यवाही भी कर रही है। श्रीकांत शर्मा ने उत्तर प्रदेश को हत्या प्रदेश करार देने वाले सपा अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि अब अपराधियों को संरक्षण नहीं मिल रहा है। पिछली सरकार में अपराधी मुख्यमंत्री की सीट के पीछे बैठते थे। इनके मुंह से ऐसी बातें शोभा नहीं देती।
मालूम हो कि अखिलेश ने सोमवार को अपने ट्वीट में कहा था कि सहारनपुर के पत्रकार भाइयों की हत्या के बाद प्रयागराज में 12 घंटे में छह लोगों की हत्या। बिगड़ती कानून-व्यवस्था से उत्तर प्रदेश अब हत्या प्रदेश बनता जा रहा है। क्या भाजपा उत्तर प्रदेश की यही पहचान बनाना चाहती है? जब जनता को जान का भरोसा न हो तो फिर कैसा विकास और किस पर विश्वास? इसके अलावा बसपा प्रमुख मायावती ने भी सोमवार को कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर प्रदेश की भाजपा सरकार को घेरते हुए ट्वीट किया कि यूपी की भाजपा सरकार के शासन में कानून का नहीं, बल्कि गुण्डों, बदमाशों और माफियाओं का जंगलराज चल रहा है, जिस कारण अब पूरे प्रदेश में हर प्रकार के अपराध चरम पर हैं और हत्याओं की तो बाढ़ सी आ गयी लगती है। हर कोई असुरक्षित महसूस कर रहा है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी कल ट्वीट कर कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर प्रदेश सरकार की आलोचना की थी।