बरेली। दिल्ली की तरफ से आ रही वेलगाम पिकअप ने भंडारा खाकर वापस घर लौट रहे एक परिवार को पीछे से जोरदार टक्कर मार दी। पिकअप की चपेट में आकर दंपति समेत तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि चार लोग घायल हुए। देर रात शवों को जिला अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया गया। सीबीगंज की आईटीआर कॉलोनी में डाकघर के पास रहने वाले 50 वर्षीय धारारमन मंगलवार शाम थाने के पास स्थित हनुमान मंदिर पर भंडारा खाने गए थे। उनके साथ पत्नी मुन्नी देवी, बेटे विकास और आकाश, बेटी रश्मि, विकास की पत्नी कोमल और उसकी गोद में एक साल की बच्ची बेबी थे।
रात करीब सवा नौ बजे वे भंडारा खाने के बाद ये लोग पैदल ही हाईवे होकर घर लौट रहे थे। इसी बीच पीछे से आई तेज रफ्तार पिकअप ने उन्हें टक्कर मार दी। धारारमन और मुन्नी देवी की कुचलकर मौत हो गई। कोमल के चपेट में आने से बच्ची उनकी गोद से छिटककर दूर जा गिरी। विकास और रश्मि को भी हल्की चोटें आई। पिकअप लेकर ड्राइवर भाग निकला। घायल करीब दस मिनट तक वहीं पड़े रहे। इसके बाद किसी की सूचना पर थाना पुलिस ने सभी को एंबुलेंस से जिला अस्पताल भिजवाया। वहां से बच्ची बेबी को गंभीर हालत में निजी अस्पताल ले गए लेकिन उसकी भी मौत हो गई। सूचना पर परिचित और पड़ोसी जिला अस्पताल पहुंच गए। एक ही परिवार में तीन लोगों की मौत से सब सन्न थे।
कोमल की हालत भी गंभीर बनी हुई है। हेलमेट बेचकर करता था गुजरा हादसे का शिकार हुआ परिवार एक्सीडेंट से दूसरों की सुरक्षा के लिए हेलमेट बेचने का काम करता है। धारारमन और विकास हाईवे किनारे फड़ लगाकर हेलमेट बेचते थे। मुन्नी देवी भी अक्सर उनकी मदद को आ जाती थीं। एक्सीडेंट के बाद परिवार को पुलिस ने सूचना दी कि पिकअप को पकड़ लिया गया है। परिवार के कुछ लोग थाने पहुंचे तो पुलिस ने बताया कि जो पिकअप पकड़ी है, उससे एक्सीडेंट नहीं हुआ। इसके चलते परिवार ने पुलिस पर साठगांठ का आरोप भी लगाया।