लखनऊ : प्रदेश की ध्वस्त कानून व्यवस्था को दुरूस्त करने का दिखावा मात्र भी मुख्यमंत्री द्वारा हास्यास्पद होता जा रहा है। प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता ओंकारनाथ सिंह ने आज जारी बयान में कहा कि अभी दो दिन पूर्व लखनऊ के पुलिस लाइन में औचक निरीक्षण कर मुख्यमंत्री ने पुलिस को अनुशासन में रहने का पाठ पढ़ाया और उसके दूसरे दिन ही स्वयं उस पाठ को मुख्यमंत्री द्वारा तार-तार कर दिया गया। जिस प्रकार से ‘कमल संदेश यात्रा’ में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा बिना हेलमेट के मोटर साइकिल जुलूस निकालकर यातायात व्यवस्था को जाम किया गया वह अपने आप में मुख्यमंत्री जी द्वारा प्रोत्साहित अनुशासनहीनता को दर्शाता है क्योंकि इस संदेश यात्रा को झण्डी दिखाने का कार्य मुख्यमंत्री जी ने स्वयं किया। जब प्रदेश के मुख्यमंत्री को चिन्ता नहीं है कि लखनऊ का यातायात कैसे सुचारू रूप से चले तो पुलिस किस प्रकार से उसे सुव्यवस्थित कर पायेगी।
श्री सिंह ने कहा कि यही सब कारण है कि आये दिन विभिन्न जिलों में भाजपा विधायक एवं उनके रिश्तेदारों द्वारा सरकारी कर्मचारियों, अधिकारियों एवं पुलिसकर्मियों से अभद्रता एवं मारपीट कर रहे हैं जिसके चलते पुलिस का मनोबल गिर गया है जिसके कारण हत्या, बलात्कार, लूट, डकैती जैसी जघन्य घटनाओं पर रोकथाम नहीं हो पा रही है और कानून व्यवस्था बद से बदतर होती जा रही है। प्रवक्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री बार-बार ‘चेतावनी’ और ‘दोषियों को बख्शा नहीं जायेगा’ जैसे जुमले फेंककर प्रदेश की जनता को सिर्फ गुमराह करने का काम कर रहे हैं और खुद उनकी पार्टी के विधायक और कार्यकर्ता कानून व्यवस्था को धता बता रहे हैं और कानून की धज्जियां उड़ा रहे हैं।