इस्लामाबाद: पाकिस्तान की सरकार ने ओसामा बिन लादेन की मदद करने पूर्व आईबी प्रमुख एजाज शाह को संसदीय मामलों के मंत्री नियुक्त किया है। मंगलवार को राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने शाह को मंत्री पद की शपथ दिलाई। शाह की नियुक्ति के बाद इमरान खान की सरकार और विपक्ष के बीच तल्खी बढ़ गई है। खासतौर पर पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के नेता इससे नाराज है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, भूतपूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो ने अपनी मौत से पहले कहा था कि कुछ लोग मेरी हत्या की साजिश कर रहे हैं और उनमें शाह भी शामिल हैं। मंत्री शाह को पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति जनरल परवेज मुशर्रफ का करीबी माना जाता है। 2012 में सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड की रिपोर्ट के मुताबिक पूर्व आईएसआई प्रमुख जनरल जियाउद्दीन बट्ट ने कहा था कि शाह ने ही एबटाबाद में तीन मंजिला इमारत बनाने का आदेश दिया था।
यह वही जगह है जहां अमेरिकी सेना ने 2011 में लादेन को मार डाला था। लादेन 9/11 हमले के बाद से ही अमेरिका की वाॅन्टेड लिस्ट में था। बट्ट ने कहा था- मुझे पूरा भरोसा है कि शाह ने ही लादेन को एबटाबाद में रखा था। यह बात मुशर्रफ भी जानते थे। हालांकि, शाह ने इन आरोपों से इनकार किया था। शाह 2004 से 2008 तक पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईबी के डायरेक्टर रहे। वे पाकिस्तान की तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के टिकट पर एनए-118 (ननकाना साहिब-सेकंड) से चुनाव लड़कर नेशनल असेंबली के सदस्य भी चुने जा चुके हैं। पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के सैयद खुर्शीद शाह ने डॉन से कहा कि शाह को मंत्री बनाना पाकिस्तानी संसद का अपमान है। सरकार ने यह कदम विपक्ष को उकसाने के लिए उठाया है। शाह को मुशर्रफ के विकल्प के तौर पर सत्ता में लाया गया है, जो कि फिलहाल दुबई में रह रहे हैं।