इस्लामाबाद: श्रीलंका की राजधानी कोलंबो में रविवार को ईस्टर के मौके पर हुए 8 सीरियल बम धमाकों ने पूरी दुनिया को दहला दिया। बम धमाकों में अब तक कम से कम 290 लोगों की जान जा चुकी है व करीब 500 लोग घायल बताए जा रहे हैं। इन धमाकों के पीछे नेशनल तौहीद जमात आतंकी संगठन का हाथ बताया जा रहा है। लेकिन निर्वासित पाकिस्तानी नेता और मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट के संस्थापक अलताफ हुसैन ने इस मामले में एक नई चिंगारी को हवा दे दी है।
हुसैन का दावा है कि श्रीलंका में हुए अलग-अलग धमाकों में पाकिस्तानी सेना और पाकिस्तान की मुख्य खुघ्फिया एजेंसी का हाथ है। हुसैन ने एक प्रेस रिलीज जारी कर कहा कि संयुक्त राष्ट्रीय संगठन के सेक्रेटरी जनरल और सभी लोकतांत्रिक देशों से कहा है कि कोलंबो में चर्चों और होटलों में हुए हमलों के पीछे पाकिस्तानी सेना और आईएसआई का हाथ होने से इंकार नहीं किया जा सकता। बता दें कि मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट (डफड) पाक का एक सेक्युलर राजनीतिक दल है। यह मुखयतः उर्दूभाषी मुजाहिरों (भारत से आए शरणार्थियों) का दल है। वर्तमान समय में यह दल सिंध प्रान्त का दूसरा सबसे बड़ा दल है।
जिसके पास 130 में से 54 सीटें हैं। यह पाकिस्तान की नेशनल असेम्बली में चौथी सबसे बड़ी पार्टी है। दुनियाभर में आतंकवाद की हर वारदात की नींव पाकिस्तान में ही रखी गई थी। अलताफ हुसैन ने कहा कि वह श्रीलंका में हुए बम धमाकों की कड़ी निंदा करते हैं। इन धमाकों में अब तक करीब 290 लोगों की मौत हो चुकी है और करीब 500 लोग घायल हैं। हुसैन ने कहा उनके डफड का हर कार्यकर्ता इन धमाकों से व्यथित है और हम इन लोगों के मारे जाने से दुखी हैं और हमले से प्रभावित लोगों के साथ खड़े हैं। हुसैन से आगे कहा कि चरमपंथ अब वैश्विक तौर पर फैलता जा रहा है। हमें इसे परास्त करने के लिए एक एजेंडे के साथ खड़ा होना होगा।