लाहौर। पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के प्रतीकों, धार्मिक स्थलों और निशानियों को खत्म करने की लगातार साजिश चल रही है। पाकिस्तान के कुछ कट्टरपंथी संगठन लगातार ऐसे स्थानों पर हमला कर रहे हैं। इसका ताजा उदाहरण अब लाहौर में देखने को मिला है, जहां पाकिस्तान के एक कट्टरपंथी संगठन ने महाराजा रणजीत सिंह की मूर्ति को क्षतिग्रस्त कर दिया है।
पाकिस्तान में महाराजा रणजीत सिंह की मूर्ति पर ये पहली बार हमला नहीं हुआ है। इसके पहले भी महाराजा रणजीत सिंह की मूर्ति पर हमला हो चुका है। हाल ही में लाहौर किले में स्थापित महाराजा रंजीत सिंह की मूर्ति पर शुक्रवार को एक बार फिर हमला किया गया। सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान के प्रतिबंधि कट्टरपंथी संगठन तहरीक-ए-लब्बैक ने कार्यकर्ता ने ये हमला किया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक आरोपी कार्यकर्ता को गिरफ्तार भी कर लिया गया है।
तहरीक-ए-लब्बैक संगठन के कार्यकर्ता द्वारा किए हमले का वीडियो भी सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है। वीडियों में देखा जा सकता है कि कैसे एक कट्टरपंथी युवक महाराजा रणजीत सिंह की मूर्ति को क्षतिग्रस्त करते नीचे गिरा देता है।
संदिग्ध हमलावर ने हाथ से ही मूर्ति पर हमला किया और इसके पैर और दूसरे हिस्से तोड़ दिए। हालांकि मूर्ति को ज्यादा नुकसान पहुंचता, उससे पहले ही कुछ लोग वहां पहुंच गए तो युवक को रोक दिया। इस दौरान आरोपी युवक ने महाराजा रणजीत सिंह के विरोध में नारे भी लगाए।
लाहौर में लगी महाराजा रणजीत सिंह की मूर्ति कांसे से बने हुई है। इस मूर्ति में महाराजा रणजीत सिंह घोड़े पर बैठे हुए हैं और एक हाथ में तलवार लिए हुए दिख रहे हैं। महाराजा रणजीत सिंह सिखों के परिधान में बैठे दिखते हैं। इस मूर्ति को जून 2019 में लगाया गया था। गौरतलब है कि बीते साल दिसंबर में भी एक उन्मांदी युवक ने मूर्ति पर हमला किया था।