इस्लामाबाद: पाकिस्तान के उच्चतम न्यायालय ने बुधवार को फर्जी डिग्री पर पायलट की नौकरी हासिल करने वाले 16 पायलटों और विभिन्न एयरलाइंस में तैनात 65 क्रू मैंबर्स के लाइसैंस सस्पैंड कर दिए हैं। मुख्य न्यायाधीश मियां साकिब निसार की अगुवाई वाली 3 सदस्यीय पीठ पायलटों और विमान चालक दल के सदस्यों की डिग्रियों के सत्यापन से संबंधित मामले की सुनवाई कर रही है। मुख्य न्यायाधीश के संज्ञान में फर्जी डिग्री वाले पायलटों की कथित नियुक्ति का मामला आया था। बता दें कि इससे पहले पाकिस्तान की राष्ट्रीय विमानन कंपनी ने फर्जी डिग्री रखने के दोषी 7 पायलटों समेत 50 से अधिक कर्मचारियों के अनुबंध रद्द कर दिए थे,
प्रवक्ता मसहूद तजवर ने कहा था कि फर्जी डिग्रियां रखने वाले सभी कर्मचारियों के मामलों की जांच शुरू कर दी गई है। उन्होंने कहा था कि पी.आई.ए. के 400 अन्य कर्मचारियों की डिग्रियों की जांच भी चल रही है। प्राधिकरण के महानिदेशक हसन बेग ने उन सभी पायलटों और क्रू सदस्यों के लाइसैंस भी निलंबित करने के निर्देश दिए हैं जिन्होंने अभी तक अपनी डिग्रियां और सर्टीफिकेट जमा नहीं किए हैं। मुख्य न्यायाधीश मियां साकिब निसार की अगुवाई वाली 3 सदस्यीय पीठ पायलटों और विमान चालक दल के सदस्यों की डिग्रियों के सत्यापन से संबंधित मामले की सुनवाई कर रही है। मुख्य न्यायाधीश के संज्ञान में फर्जी डिग्री वाले पायलटों की कथित नियुक्ति का मामला आया था। बता दें कि इससे पहले पाकिस्तान की राष्ट्रीय विमानन कंपनी ने फर्जी डिग्री रखने के दोषी 7 पायलटों समेत 50 से अधिक कर्मचारियों के अनुबंध रद्द कर दिए थे, प्रवक्ता मसहूद तजवर ने कहा था कि फर्जी डिग्रियां रखने वाले सभी कर्मचारियों के मामलों की जांच शुरू कर दी गई है।