इस्लामाबाद / लखनऊ : पाकिस्तान के लिए आज का दिन काफी अहम है, पाकिस्तान में आज नेशनल असेम्बली की 272 सीटों के लिए चुनाव हो रहे हैं.कुल 342 सीटों के लिए मतदान होगा. इनमें से 272 सीटों पर सीधे चुनाव होंगे, जबकि 70 सीटें आरक्षित हैं. यह चुनाव इसलिए भी खास है क्योंकि इस आम चुनाव में 171 महिलाएं किस्मत आजमा रही हैं. यह पहला मौका है, जब इस देश में इतनी बड़ी संख्या में महिलाएं चुनाव लड़ रही हैं. इन 171 महिलाओं में 70 निर्दलीय उम्मीदवार हैं, जो किसी पार्टी का टिकट न मिलने के बावजूद अपने दम पर चुनावी मैदान में उतरी हैं. पाकिस्तान में आज हो रहे आम चुनाव में सुरक्षा के मद्देनजर 3,70,000 से अधिक सैनिकों को तैनात किया गया है.
देश के इतिहास में यह चुनाव के दिन अब तक की सर्वाधिक सैन्य तैनाती है. पाकिस्तान के चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक 3,459 उम्मीदवार नेशनल असेंबली की 272 सीटों के लिए चुनावी मैदान में है जबकि पंजाब, सिंध बलूचिस्तान और खैबर – पख्तूनख्वा प्रांतीय असेंबली की 577 सीटों के लिए 8,396 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. पाकिस्तान में 10.596 करोड़ पंजीकृत मतदाता हैं. देशभर के 85,000 मतदान केंद्रों पर सुबह आठ बजे से वोटिंग शुरू हो गई है. शाम छह बजे तक मतदान जारी रहेगा. इस चुनाव में मुकाबला इमरान खान की पार्टी और नवाज शरीफ की पार्टी के बीच है.
मतदान खत्म होने के तुरंत बाद इन्हीं केंद्रों पर मतों की गिनती की जाएगी और 24 घंटों के भीतर परिणाम की घोषणा कर दी जाएगी. चुनाव से पूर्व मीडिया पर लगाम कसने की कई कोशिशें देखने को मिली हैं. इसके अलावा सेना द्वारा गुपचुप तरीके से पूर्व क्रिकेटर इमरान खान के अभियान के समर्थन और उनके राजनीतिक विरोधियों के निशाना बनाने के भी आरोप लगे हैं. पाकिस्तान ने अपने 70 साल के इतिहास में कई बार तख्ता पलट देखा है और लगभग आधे समय तक सत्ता की बागडोर प्रत्यक्ष रूप से सेना के पास रही है. इसके अलावा असैनिक शासकों के काल में भी सेना ताकतवर रही है और देश की विदेश और सुरक्षा नीति तय करने में उसकी भूमिका अहम रही है.