इस्लामाबाद: पाकिस्तान के एक वरिष्ठ मंत्री ने देश के रक्षा बजट में किसी तरह की कटौती से इंकार करते हुए कहा है कि राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए रक्षा बजट को बढ़ाया जा सकता है। सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने रेखांकित किया कि पाकिस्तान की सरकार और सेना के बीच ‘अभूतपूर्व समन्वय’ का दौर चल रहा है। चौधरी ने वीरवार को कैबिनेट की बैठक के बाद कहा कि देश का रक्षा बजट क्षेत्र के अन्य देशों की तुलना में पहले से ही कम है, इसलिए इसे बढ़ाया जाना चाहिए। व्यय को 10 प्रतिशत तक कम करने के लिए सरकार के मितव्ययी उपायों के बारे में पूछे जाने पर चौधरी ने कहा, ‘कुछ लोगों को रक्षा बजट से दिक्कतें हैं और वे इसे मुद्दा बनाने का प्रयास करते हैं ।
लेकिन उन्हें यह नहीं पता कि हमारा रक्षा बजट भारत सहित क्षेत्र के अन्य देशों की तुलना में पहले ही कम है।’ उन्होंने कहा, ‘हम अपनी सुरक्षा बढ़ाना चाहते हैं और इसलिए हमें अपना रक्षा बजट बढ़ाना होगा। इसके लिए हमें और राजस्व एकत्रित करना होगा।’ पाकिस्तान का वर्तमान रक्षा व्यय करीब एक लाख करोड़ है। कुछ लोगों को रक्षा बजट से दिक्कतें हैं और वे इसे मुद्दा बनाने का प्रयास करते हैं लेकिन उन्हें यह नहीं पता कि हमारा रक्षा बजट भारत सहित क्षेत्र के अन्य देशों की तुलना में पहले ही कम है।’ उन्होंने कहा, ‘हम अपनी सुरक्षा बढ़ाना चाहते हैं और इसलिए हमें अपना रक्षा बजट बढ़ाना होगा। इसके लिए हमें और राजस्व एकत्रित करना होगा।’ पाकिस्तान का वर्तमान रक्षा व्यय करीब एक लाख करोड़ है।