उन्नाव। रहस्यमय परिस्थितियों में थाने से लापता हुए पाक्सो एक्ट के आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस अधीक्षक उन्नाव ने थाने में प्रेस वार्ता कर इसकी जानकारी दी। उसकी गिरफ्तारी से आरोपी के गायब होने बाद लगाए जा रहे तमाम कयासों पर विराम लग गया। उसकी मां ने पुलिस पर उसे मार कर शव गायब करने का आरोप लगाया था जिस पर थानाध्यक्ष को लाइन हाजिर भी किया जा चुका है। मामला फतेहपुर चौरासी थाना क्षेत्र का है पुलिस अधीक्षक उन्नाव हरीश कुमार ने देर शाम एक पत्रकार वार्ता में थाने से गायब हुए नेवाजी पुत्र मुन्ना निवासी कुसाल खेड़ा की गिरफ्तार होने की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि थाना पुलिस ने आज मुखबिर की सूचना पर प्रभारी निरीक्षक अजय राज वर्मा, उपनिरीक्षक धर्मेन्द्र सिंह, योगेश कुमार, सिपाही अमर सिंह के साथ थाना क्षेत्र के मौहाई गांव के तिराहे से उसे गिरफ्तार कर लिया।
नेवाजी ने बताया कि वह थाना क्षेत्र के लालता खेड़ा गाँव से युवती को आनंद बिहार दिल्ली भगा ले गया था। जहाँ वह उसे अपने दोस्त एटा जनपद के थाना क्षेत्र मरेची के गाँव नवीनगर निवासी मानेश पुत्र विजय पाल यादव के हाथो बेच कर वापस आ गया था। मालूम हो कि फतेहपुर चौरासी क्षेत्र के गाँव लालता खेड़ा की एक युवती बीती दो दिसम्बर को अचानक घर से गायब हो गयी थी। लड़की के परिजनों ने कुसाल खेड़ा निवासी नेवाजी पुत्र मुन्ना पर लड़की को गायब करने का आरोप लगाते हुए केस दर्ज कराया था। केस दर्ज होने के बाद पुलिस युवक को खोज रही थी।
पुलिस नेवाजी को ढूंढकर थाने लायी थी। जहाँ उसे पूछतांछ के बाद युवक अपनी माँ के साथ घर चला गया था। पुलिस ने एकबार फिर से उसे थाने बुलवाया था इस बार वह पूछतांछ के दौरान ही पुलिस को चकमा देकर थाने से गायब हो गया। इधर गायब नेवाजी की माँ ने थाना पुलिस पर नेवाजी की हत्या कर गायब करने का आरोप लगाकर पुलिस को ही कठघरे में खड़ा कर दिया था। गत 9 जनवरी को नेवाजी की माँ शिवप्यारी ने क्षेत्राधिकारी सफीपुर कार्यालय पहुँचकर बताया कि उसका बेटा बंगलौर में है तबसे पुलिस नेवाजी की तलाश कर रही थी। बुधवार उसकी गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने राहत की सांस ली। इसके साथ ही उसके गायब होने को लेकर लगायी जा रही तरह तरह की अटकलों पर भी विराम लग गया।