पटना: बिहार में पटना धनरुआ के रमनीविगहा में पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री और बीजेपी के सांसद रामकृपाल यादव बुधवार को डूबते-डूबते बचे. इस इलाके में दरधा नदी के कारण बाढ़ आई हुई है. पाटलिपुत्र के सांसद रामकृपाल यादव बाढ़ पीड़ितों से मिलने गए थे. वे बाढ़ के हालात का जायजा लेने के निकले. वे वहां वाहनों के ट्यूब और लकड़ी के पटियों से बनाई गई एक नाव में सवार होकर जा रहे थे. उनके साथ कुछ स्थानीय लोग भी नाव पर सवार थे. नाव पर लोगों के समूह के साथ खड़े रामकृपाल यादव का अचानक संतुलन बिगड़ा जिससे नाव डगमगाने लगी. नाव पर उनके साथ खड़े छह-सात लोग भी नाव के हिचकोले लेने से लड़खड़ाने लगे और एक दूसरे का सहारा लेने की कोशिश करने लगे. इस कोशिश में नाव का संतुलन पूरी तरह बिगड़ गया और सांसद रामकृपाल यादव अपने साथ खड़े अन्य लोगों के साथ पानी में गिर गए.
गनीमत थी किनारे कुछ लोग खड़े थे और वीडियो बना रहे थे. उनमें से कुछ लोगों ने तुरंत पानी में कूदकर पूर्व केंद्रीय मंत्री यादव और अन्य लोगों को बाहर निकाला. गौरतलब है कि बिहार में आफत की बारिश भले ही रुक गई हो लेकिन लोगों की समस्या खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. बारिश के बाद अब पटना और अन्य प्रभावित जिलों में लोगों के लिए जलजमाव एक बड़ी चुनौती की तरह है. मंगलवार रात सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना में प्रभावित इलाकों का दौरा किया. हालांकि, इस दौरान जब उनसे जलजमाव की वजह से हो रही दिक्कतों को लेकर आम लोगों सवाल किया तो वह भड़क गए. उन्होंने कहा कि बारिश अकेले सिर्फ आपके यहां ही नहीं हुई है. बताइए! अमेरिका में बारिश के बाद क्या हुआ था. सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि मैं बस आप लोगों से इतना पूछना चाहता हूं कि कि देश के साथ-साथ विश्व के किन-किन हिस्सों में बाढ़ आई थी? क्या पटना के कुछ इलाकों में बारिश के बाद जमा पानी ही हमारे लिए अकेली और सबसे बड़ी समस्या है?
अमेरिका में क्या हुआ? बाढ़ को प्राकृतिक आपदा बताते हुए, नीतीश कुमार ने कहा कि भारी बारिश और सूखा पड़ना एक आम बात है. राहत और बचाव का कार्य जारी है. पंप की मदद से बाढ़ का पानी जल्दी बाहर निकालने की हर संभव कोशिश की जा रही है. बता दें कि राज्य के अलग-अलग जिलों में हुई बीते कुछ दिनों में हुई मुसलाधार बारिश की वजह से मौत का आंकड़ा 42 हो गया है, जबकि नौ लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. सीएम नीतीश कुमार ने बाढ़ के बाद बने हालात का मंगलवार रात को निरीक्षण किया. भारी बारिश से मरने वाले 42 लोगों में भागलपुर में दस, गया में छह, पटना एवं कैमूर में चार-चार, खगड़िया एवं भोजपुर में तीन-तीन, बेगूसराय, नालंदा एवं नवादा में दो-दो, पूर्णिया, जमुई, अरवल, बांका, सीतामढी और कटिहार में एक-एक व्यक्ति शामिल है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को इलाके का निरीक्षण के बाद अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए.