अशाेक यादव, लखनऊ। भाजपा पर देश की अर्थव्यवस्था को ध्वस्त करने का आरोप लगाते हुये समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार को कहा कि केंद्र सरकार का ‘नोटबंदी’ का मास्टर स्ट्रोक जनता के लिये ब्रेन स्ट्रोक साबित हुआ है। सपा मुख्यालय में वर्ष 2016 में नोटबंदी के दिन पैदा हुये बच्चे ‘ खजांची’ का जन्मदिन मनाने के बाद आयोजित संवाददाता सम्मेलन में अखिलेश ने कहा कि केंद्र सरकार ने जानबूझकर नोटबंदी का फैसला जनता को परेशान करने के लिये किया था।
जिससे उसका तानाशाही रूप जनता के सामने आ सके। इसके अलावा उन्होंने कहा कि नोटबंदी के दौरान कई लोगों की जान चली गयी। बैंक की लाइन में लगी उस मां पर क्या बीती होगी, जिसने कतार में ही बच्चे को जन्म दिया। सपा हर साल खजांची का जन्मदिन मना रही है। जबकि सही मायने में भाजपा को बच्चे का जन्मदिन मनाना चाहिये और उसका सम्मान करना चाहिये। उन्होंने कहा कि नोटबंदी का फैसला मास्टर स्ट्रोक के बजाय आम जनता के लिये ब्रेन स्ट्रोक की तरह रहा। जबकि इसका फायदा उद्योगपतियों को जरूर मिला।
मोदी सरकार का तर्क था कि नोटबंदी से काला धन वापस आयेगा। सरकार बताये कि कितना काला धन वापस आया और कौन इसे लेकर विदेश चला गया। वह पहले भी कह चुके हैं कि हमारा आपका लेनदेन काला सफेद होता है, रुपया काला-सफेद नहीं होता। भाजपा के कार्यकाल में देश में भ्रष्टाचार चरम पर है, खासकर उत्तर प्रदेश में भ्रष्टाचार सभी सीमाओं को तोड़ चुका है। अर्थव्यवस्था के खराब हालात भाजपा के गलत फैसलों से पैदा हुये। साथ ही उन्होंने कहा कि लखीमपुर मामले में उच्चतम न्यायालय की टिप्पणी का हवाला देते हुये अखिलेश ने कहा कि जब तक भाजपा सरकार में है, न्याय की उम्मीद लोगों को नहीं करनी चाहिये।
दिल्ली और लखनऊ के अलावा अब लखीमपुर का इंजन भी कानून व्यवस्था का बेड़ा गर्क कर रहा है। उन्होंने कहा कि फतेहगढ़ जेल में हुयी हिंसा सरकार की ठोको नीति का परिणाम है। जेल में कैदियों ने जेल, पुलिस अफसरों और बंदी रक्षकों सबको ठोक दिया। अब तो एसआईटी पर भी सवाल खड़े होने शुरू हो गये हैं। एसआईटी को किस दिशा में जांच करनी है, यह भाजपा तय करती है। अब एसआईटी की जांच कौन करेगा। सही मायनों में भाजपा के गलत फैसले सस्थाओं को खत्म कर रहे हैं।
इस मौके पर सपा एमएलसी पम्मी जैन ने परफ्यूम वितरित किया। जिसपर चुटकी लेते हुये अखिलेश ने कहा कि भाजपा का वश चलेगा तो इस परफ्यूम का रंग बदल देगी मगर इसकी खुश्बू नहीं बदल पायेगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बताना चाहिये कि पिछले साढ़े चार सालों में उनकी सरकार की क्या उपलब्धियां रही है। इन्होंने सिर्फ नाम और रंग बदलने का काम किया है या फिर यूपी को बरबाद किया है। भाजपा के कार्यकाल में सबसे ज्यादा आत्महत्यायें मजदूरों, बेरोजागार युवाओं और किसानों ने की है। साथ ही अपनी पार्टी के एक विधायक से भूख हड़ताल खत्म करने की अपील करते हुये उन्होंने कहा कि यह सरकार अंधी और बहरी है। उसके खिलाफ भूख हड़ताल करने का कोई लाभ नहीं है। लड़ना है तो अच्छी तरह खा पीकर स्वस्थ होकर लड़ाई लड़नी चाहिये।