अशाेेेक यादव, लखनऊ। चक्रवाती तूफान ‘निसर्ग’ का असर मुंबई में दिखने लगा है और शाम पांच बजे से बूंदा-बांदी शुरू हो गयी। मौसम विभाग के अधिकारियों ने कहा कि निसर्ग आज देर रात या बुधवार को सुबह तक मुंबई, ठाणे, रायगढ़, पालघर, नासिक, धुले, नंदुरबार और गुजरात में दस्तक दे सकता है।
सरकार इन स्थानों के लिए सर्तकता जारी की है। ठाणे जिले में परमाणु और रासायनिक संयंत्र हैं और ठाणे के पालघर में तूफान का अधिक असर पड़ने का अनुमान है।
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने आज चक्रवात की स्थिति के बारे में जानकारी देते हुए कहा,“ पालघर और रायगढ़ में परमाणु ऊर्जा संयंत्रों में सावधानी बरती जा रही है।” पालघर में अन्य बिजली संयंत्रों के अलावा देश का सबसे पुराना तारापुर परमाणु ऊर्जा संयंत्र परिसर है।
जबकि मुंबई में भाभा परमाणु अन्वेषण केंद्र और रायगढ़ में मुंबई पोर्ट ट्रस्ट, जवाहरलाल नेहरू ट्रस्ट के अलावा संवेदनशील बिजली, पेट्रोलियम, रसायन और अन्य प्रमुख उद्योग हैं और भारतीय नौसेना के अड्डे भी हैं।
एहतियात के तौर पर, कच्चे घरों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा जा रहा है और निचले इलाकों में रहने वाले झुग्गियों को खाली करने का आदेश दिया गया है। बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स कोविड -19 अस्पताल से कम से कम 50 रोगियों को आज गोरेगांव नेस्को अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया है।
सरकार ने चक्रवात के दौरान बचाव के लिए एनडीआरएफ की 10 इकाइयों को पहले ही तैनात कर दिया है जबकि छह इकाई को आरक्षित रखा है| इसके अलावा पेड़ों की दुर्घटनाओं, भूस्खलन, घरों को नुकसान आदि जैसी आपात स्थितियों के लिए टीमें बनाई गई हैं।
नियंत्रण कक्ष 24 घंटे चालू है और भारतीय सेना, भारतीय नौसेना और भारतीय वायु सेना और मौसम विभाग को समन्वय सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है। भारतीय नौसेना के पश्चिमी नौसेना कमान (डब्ल्यूएनसी) ने कहा कि चक्रवात निसर्ग के दौरान भारी बारिश के साथ बाढ़ और अन्य आपातकालीन स्थिति के लिए पांच टीमें पूरी तरह से तैयार हैं। यह दल मानसून के दौरान भी काम करेगा