अशोक यादव / लखनऊ::उत्तर प्रदेश बिजली नियामक आयोग (यूपीईआरसी) ने बुधवार को साल 2017-18 के लिए नई बिजली दरों का ऐलान किया है। इस दौरान मौजूदा बिजली दर को 12 प्रतिशत बढ़ाया गया है। नई कीमतों के मुताबिक पहली 100 यूनिटों के लिए 3 रुपये और इसके बाद 4.50 रुपये प्रति यूनिट के हिसाब से बिल आएगा।गौरतलब है कि पहले से ही महंगाई की मार झेल रही यूपी की जनता के लिए बिजली का यह ‘करंट’ काफी सताने वाला साबित हो सकता है क्योंकि इससे कई चीजों के दाम भी ऊपर जा सकते हैं। वहीं राज्य सरकार के ऐलान के बाद भी कई जिलों में बिजली की हालत जस की तस बनी हुई है।
यूपीईआरसी के चेयरमैन एसके अग्रवाल प्रेस कॉन्फ्रेंस के कहा, ‘बिजली की दरों में बढ़ोत्तरी हर्ष का विषय तो नहीं है लेकिन, आधारभूत सुविधा होने के नाते इसका उपयोग बढ़ता जा रहा है। इसलिए बिजली दरों में बढ़ोत्तरी की गई है।’
अग्रवाल ने कहा कि उनके पास 20 फीसदी की बढ़ोत्तरी का प्रस्ताव आया था लेकिन 12 फीसदी बिजली दर बढ़ाई जा रही है। उन्होंने बताया कि पूरे प्रदेश में 1 करोड़ 20 लाख उपभोक्ता हैं और करीब 4 करोड़ 2018-19 में हो जाएंगे।
उन्होंने बताया कि गरीबों को बिजली का मुफ्त कनेक्शन दिए जाने हैं, जिससे 2 करोड़ से ज्यादा उपभोक्ता जुड़ेंगे। बता दें प्रदेश में 80 फीसदी टैरिफ ज्यादा दे रहे हैं जबकि 20 फीसदी को सब्सिडी पर बिजली मिल रही है।
शहरी उपभोक्ताओं से फिक्स चार्ज : 90 रु से 100 रु प्रति किलोवाट / माह , 150 यूनिट तक : 4.40 से बढ़कर 4.90 रु , 151 से 300 यूनिट तक : 4.95 से बढ़कर 5.40 रु , 300 से 500 यूनिट : 5.60 से बढ़कर 6.२० रु , 500 से अधिक यूनिट पर : 6.20 से 6.50 रु।
ग्रामीण मीटर उपभोक्ता : फिक्स चार्ज 50रु से 80 रु प्रति किलोवाट / माह , 100 यूनिट तक 2.20 रु प्रति यूनिट से 3 रु , 100 यूनिट से ऊपर : 3. 50 से 5.50 रु / यूनिट , मीटर किसान फिक्स चार्ज 30 रु से बढ़कर 60 रु /किलोवाट – मूल्य 1 रु से बढ़कर 1.75 रु प्रति यूनिट।