वेंकटेश दो साल की उम्र में अपने माता-पिता के साथ दिल्ली से ऑस्ट्रेलिया जाकर पर्थ शहर में बस गए थे।
लखनऊ-नई दिल्ली : Akshay Venkatesh: नामी भारतीय-ऑस्ट्रेलियाई गणितज्ञ अक्षय वेंकटेश समेत चार विजेताओं को गणित का विशिष्ट फिल्ड्स मेडल (Fields medal) मिला है. गणित के क्षेत्र में इसे नोबल पुरस्कार (Nobel Prize) के समान माना जाता है. हर चार साल बाद फिल्ड्स मेडल 40 साल से कम उम्र के सबसे उदीयमान गणितज्ञ (mathematician) को दिया जाता है. स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय में पढ़ा रहे नई दिल्ली में जन्मे वेंकटेश (Akshay Venkatesh) को गणित विषय में विशिष्ट योगदान के लिए फिल्ड्स मेडल (Fields medal) मिला है.
रिओ डी जेनेरियो में गणितज्ञों की अंतरराष्ट्रीय कांग्रेस में उनके मेडल के लिए प्रशस्ति में उनके योगदान को रेखांकित किया गया है. तीन अन्य विजेता हैं- कैंब्रिज विश्वविद्यालय में इरानी-कुर्द मूल के प्रोफेसर कौचर बिरकर, बॉन विश्वविद्यालय में पढ़ाने वाले जर्मनी के पीटर स्कूल्ज और ईटीएच ज्यूरिख में इतालवी गणितज्ञ एलिसो फिगेली.
हर एक विजेता ने 15,000 कनाडाई डॉलर का नकद पुरस्कार हासिल किया है. हर बार कम से कम 2 और ज्यादा से ज्यादा 4 लोगों को पुरस्कार से सम्मानित किया जाता है. आपको बता दें कि अक्षय वेंकटेश (Akshay Venkatesh) Fields medal जीतने वाले दूसरे भारतीय मूल के शख्स हैं, उनसे पहले 2014 में मंजुल भार्गव भी यह पुरस्कार जीत चुके हैं.