ऊना: ऊना जिले में शिक्षक के नाबालिग छात्रा से दुष्कर्म मामले में शिक्षा विभाग की प्रारंभिक छानबीन में स्कूल स्टाफ की लापरवाही सामने आई है। इसे देखते हुए विभाग ने स्कूल के स्टाफ का तबादला करने की सिफारिश कर दी है। विभाग ने दुष्कर्म के आरोपी शिक्षक को निलंबित करने के साथ चतुर्थ श्रेणी स्टाफ का तबादला कर दिया गया है। स्कूल में कंप्यूटर शिक्षक का पद खाली होने पर आरोपी टीजीटी शिक्षक को इस विषय का अतिरिक्त कार्यभार दिया गया था। उच्च शिक्षा निदेशक डॉ. अमरजीत शर्मा ने इसकी पुष्टि की है। वहीं तनाव को देखते हुए स्कूल में मानसून की छुट्टियां एक दिन पहले ही घोषित कर दी गई। मंगलवार को विभागीय जांच अधिकारी कार्यकारी उप शिक्षा निदेशक(उच्चतर) ने स्कूल के शिक्षकों को पंचायत घर में बुलाकर बयान दर्ज किए।
स्कूल में अभी भी तनाव का माहौल बना हुआ है। बता दें मामल को लेकर गुस्साए सैकड़ों ग्रामीणों-अभिभावकों ने सोमवार को स्कूल का घेराव किया। लोगों ने सुबह गेट बंद कर अध्यापकों को स्कूल में घुसने ही नहीं दिया। मामला गंभीर होते देख पुलिस, शिक्षा विभाग और प्रशासनिक अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए, लेकिन लोग नहीं माने। ऐसे में बच्चों को इधर-उधर घूमता देख थाना प्रभारी एवं एसएचओ अंब गौरव भारद्वाज ने नौवीं-दसवीं कक्षाओं में पढ़ाना शुरू कर दिया। इसके बाद दूसरे स्कूलों से अध्यापक पढ़ाने के लिए बुलाए गए। अभिभावक पूरे स्कूल स्टाफ को निलंबित और ट्रांसफर करने की मांग पर अड़े थे। इसी के तहत अब विभाग ने कार्रवाई अमल में लाई है।