वाराणसी। पीएम नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र बनारस को सावन के पहले दिन बड़ी सौगात मिली है। योजना पूरी होने के बाद शहर की तस्वीर ही बदल जायेगी। दिल्ली व सूरत में सफलता के साथ यह योजना चल रही है अब बनारस में प्रोजेक्ट लगाने के लिए बुधवार को एमओयू साइन हो गया है। इको फ्रेंडली होने के कारण पर्यावरण की सेहत भी नहीं खराब होगी और शहर से गंदगी के अंबार को हटाना संभव होगा। बनारस शहर की एक बड़ी समस्या कूड़ा-कचरा है। शहर में प्रतिदिन 600 मीट्रिक टन कूड़ा निकलता है जिसका सही ढंग से निस्तारण नहीं होता। एनजीटी ने भी शहर के कूड़े को लोगों के स्वास्थ्य केलिए बड़ा खतरा बताया था और इस समस्या के समाधान का निर्देश भी दिया था। शहर के कूड़े के चलते बनारस स्वच्छता मिशन में भी पिछड़ता जा रहा था लेकिन अब कहानी बदल वाली है।
बनारस में अब कूड़े से बिजली बनाने के लिए (वेस्ट टू एनर्जी) का पहला प्रोजेक्ट लगाने का रास्ता साफ हो गया है। प्रोजेक्ट के लिए नगर निगम व ओएनजीसी में एमओयू साइन हुआ है। वेस्ट टू एनर्जी प्लांट के लिए नगर निगम जमीन उपलब्ध कराया करायेगा। निर्माण पर कुल 250 से 300 करोड़ रुपये व्यय होने की उम्मीद है। एनटीपीसी ही निर्माण का सारा व्यय वहन करेगी। निर्माण शुरू होने के 30 माह में प्लांट पूर्ण होकर काम करने लगेगा। कमिश्रर दीपक अग्रवाल ने कहा कि इस प्रोजेक्ट से शहर का पूरा कूड़ा निस्तारित हो पायेगा। मेयर श्रीमती मृदुला जायसवाल ने कहा कि एनटीपीसी का सहयोग सराहनीय है। शहर को साफ-सुथरा व इको फ्रेंडली रखने के लिए यह प्रोजेक्ट महत्वपूर्ण साबित होगा।
एनटीपीसी के अधिकारियों ने बताया कि बनारस में पहली बार इतनी क्षमता वाला प्रोजेक्ट लग रहा है। प्लांट में कूड़े व कचरे को अलग किया जायेगा। इसके बाद कचरे से बिजली,वार्डाडिग्रिडेटिड से वायीमीथेन व अन्य सिविल कंस्ट्रक्शन मैटेरियल बनाये जायेंगे। एनटीपीपी में वेस्ट टू एनर्जी का अलग विंग है, जो इस प्लांट की देखरेख करेगा। पीएम नरेन्द्र मोदी ने वर्ष 2017 में बनारस से ही स्वच्छता मिशन शुरू किया था। खुद पीएम मोदी ने अस्सी पर फावड़ा चला कर सफाई अभियान की शुरूआत की थी। बनारस में कूड़ा निस्तारण के लिए प्लांट लगाये गये हैं, लेकिन शहर को गंदगी से मुक्ति नहीं मिल पायी है। माना जा रहा है कि नये प्रोजेक्ट के जमीन पर उतरने के बाद शहर की बड़ी समस्या खत्म हो जायेगी। शहर के कूड़े का निस्तारण होने से यहां की तस्वीर भी बदलेगी।