मुंबई। कोविड-19 के मामलों में लगातार आ रही गिरावट से घरेलू शेयर बाजारों में आज निवेश धारणा सकारात्मक रही और बीएसई का सेंसेक्स तथा नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी नये रिकॉर्ड स्तर पर बंद हुये। सेंसेक्स 382.95 अंक यानी 0.74 प्रतिशत चढ़कर 52,232.43 अंक पर बंद हुआ।
इसका पिछला रिकॉर्ड स्तर इसी साल 15 फरवरी को 52,154.13 अंक रहा था। निफ्टी 114.15 अंक यानी 0.73 प्रतिशत की मजबूती के साथ 15,690.35 अंक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया।
शेयर बाजारों में आज सुबह से ही तेजी रही। सेंसेक्स करीब पौने तीन सौ अंक और निफ्टी लगभग 80 अंक की बढ़त में खुला। बीच कारोबार में सेंसेक्स 52,273.23 अंक तक चढ़ा जबकि 16 फरवरी को कारोबार के दौरान यह 52,516.76 अंक को छूने में कामयाब रहा था।
चौतरफा लिवाली के बीच मझौली और छोटी कंपनियों में भी निवेशकों ने जमकर पैसा लगाया। बीएसई के मिडकैप तथा स्मॉलकैप दोनों में 1.04 प्रतिशत की तेजी रही और ये क्रमश: 22,370.45 अंक तथा 24,075.06 अंक की बढ़त में बंद हुये।
टिकाउ उपभोक्ता उत्पाद समूह का सूचकांक 4.44 प्रतिशत उछल गया। किराये की प्रॉपर्टी के बारे में नये कानून के मसौदे को केंद्रीय मंत्रिमंडल की मंजूरी मिलने से रियलिटी समूह के सूचकांक में 3.95 प्रतिशत की तेजी रही। तेल एवं गैस, इंडस्ट्रियल्स, पूंजीगत वस्तु और सीडीजीएंडएस समूहों के सूचकांकों में भी एक प्रतिशत से अधिक की मजबूती दर्ज की गई।
सेंसेक्स की 30 में से 21 कंपनियों के शेयर हरे निशान में बंद हुये। टाइटन का शेयर 6.69 प्रतिशत चढ़ा। ओएनजीसी में 4.16 फीसदी और एलएंडटी में 2.64 फीसदी की मजबूती रही। एक्सिस बैंक का शेयर 1.82 प्रतिशत, कोटक महिंद्रा बैंक का 1.80, बजाज फाइनेंस का 1.61, एचडीएफसी बैंक का 1.07 और एशियन पेंट्स का 1.02 फीसदी की बढ़त में बंद हुआ। इंडसइंड बैंक में 2.15 फीसदी की गिरावट रही।
एशियाई बाजारों में मिश्रित रुख रहा। दक्षिण कोरिया को कोस्पी 0.72 प्रतिशत और जापान का निक्केई 0.39 प्रतिशत उपर बंद हुआ जबकि हांगकांग का हैंगसेंग 1.13 प्रतिशत और चीन का शंघाई कंपोजिट 0.36 प्रतिशत लुढ़क गया। यूरोप में शुरुआती कारोबार में ब्रिटेन का एफटीएसई 0.81 फीसदी और जर्मनी का डैक्स 0.37 फीसदी टूटा।