भोपाल: मध्य प्रदेश के विभिन्न शहरों में बनने वाले नकली मसालों के रैकेट का भंडोफोड़ हुआ है। राज्य के कई शहरों की फैक्ट्रियों में लकड़ी की धूल से धनिया पाउडर, लाल पत्थर के पाउडर से मिर्च, मकई के आटे में दोयम दर्जे के बेसन का आटा और सोडियम सुलफॉक्सीलेट केमिकल से गुड़ बनाया जा रहा था। एक अधिकारी ने कहा कि खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग ने शनिवार को इन्हें सील कर दिया। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा, ‘जो लोग खाद्य उत्पादों में मिलावट करते हैं उनके लिए मध्यप्रदेश में कानून बदल चुका है जो उन्हें कड़ी सजा देता है।’ ग्वालियर में खाद्य विभाग ने एक बंद पड़ी फैक्ट्री पर छापा मारा और वहां उन्हें नकली मसालों वाले ब्रांडेड कंपनियों के पैकेट मिले। ग्वालियर के उप-विभागीय मजिस्ट्रेट अनिल बनवरिया ने कहा बड़ी संख्या में केमिकल, लकड़ी की धूल और लाल रंग के पत्थर के पाउडर मिला है।
बनवरिया ने कहा, ‘धनिया, मिर्च और हल्दी पाउडर में इन हानिकारक रसायनों और सामग्रियों को मिलाया जा रहा था। टीम ने ब्रांडेड कंपनियों की पैकेजिंग सामग्री भी बरामद की है। फैक्ट्री का स्वामित्व बृजेश गुप्ता के पास है। छापेमारी के बाद से वह भाग गया है।’ भोपाल में मिलावटी बेसन की एक फैक्ट्री को सील किया गया है। जहां बेसन के साथ घटिया मकई का आटा मिलाया जा रहा था। छिंदवाड़ा में खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग ने 80 टन गुड़ और 200 किलो सोडियम सुलफॉक्सीलेट सीज किया है। खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग के अधिकारी महेंद्र पार्टे ने कहा, पिछले 10 दिनों से 80 से ज्यादा मजदूर रसायनों की मदद से गुड़ बना रहे थे। यह गुड़ जहर की तरह है। चंबल में सिंथेटिक दूध की फैक्ट्रियों में छापेमारी के बाद खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग ने खाद्य उत्पादों की फैक्टियों में छापेमारी शुरू कर दी। मिलावट के संबंध में जानकारी देने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने 11,000 रुपये का इनाम भी घोषित किया गया था।