नई दिल्ली। हरदीप सिंह पुरी के नये पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक मंत्री के तौर पर पदभार संभालने के साथ ही पेट्रोल और डीजल की कीमतें नयी ऊंचाई पर पहुंच गयी। पुरी ने इस मंत्रालय में धर्मेंद्र प्रधान की जगह ली है। सरकारी पेट्रोलियम कंपनियों ने पेट्रोल की कीमत में बृहस्पतिवार को 35 पैसा प्रति लीटर जबकि डीजल में नौ पैसे की बढ़ोतरी की।
स्थानीय करों और ढुलाई खर्च आदि के चलते विभिन्न राज्यों में ईंधन के भाव अलग अलग हो सकेते हैं।ईंधनों की कीमतों में नयी वृद्धि के साथ उनकी कीमतें एक नयी ऊंचाई पर पहुंच गयी हैं। पुरी ने मंत्री पद संभालने के बाद कहा कि वह अधिकारियों से पूरी जानकारी मिलने के बाद ही इस विषय पर कोई टिप्प्णी करेंगे।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, “मुझे थोड़ा समय दीजिए। मुझे विषयों पर जानकारी हासिल करने की जरूरत है। मैंने इस इमारत (मंत्रालय) में बस कदम ही रखा है, ऐसे में मेरे लिए इसपर (ईंधनों की कीमत) कुछ कहना गलत होगा।” आधे से ज्यादा देश में पहले ही 100 रुपए का आंकड़ा पार कर चुकी पेट्रोल की कीमत दिल्ली में बढ़कर 100.56 रुपए प्रति लीटर और मुंबई में 106.59 रुपए प्रति लीटर हो गयी।
वहीं दिल्ली में डीजल की कीमत बढ़कर 89.62 रुपए प्रति लीटर और मुंबई में 97.18 रुपए हो गयी। पूर्व राजनयिक पुरी ने कहा, “मेरा औपचारिक प्रशिक्षण एक ऐसे क्षेत्र में रहा है जहां पूरी जानकारी के बिना टिप्पणी नहीं की जाती।” 1974 बैच के भारतीय विदेश सेवा अधिकारी पुरी ऐसे समय में मंत्री बने हैं जब देश ईंधनों की कीमतों में वृद्धि से जूझ रहा है।
पुरी ने कहा, “हम 5,000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की तरफ बढ़ रहे हैं और ऐसे में ऊर्जा की उपलब्धता एवं खपत सबसे महत्वपूर्ण होंगे। मेरा ध्यान कच्चे एवं प्राकृतिक गैस का घरेलू उत्पादन बढ़ाने पर होगा।” पुरी के अलावा रामेश्वरम तेली ने पेट्रोलियम राज्य मंत्री का पदभार संभाला है।
नयी मंत्रियों के पदभार संभालने के मौके पर निवर्तमान मंत्री प्रधान मौजूद थे। मंत्रिमंडल में की गयी फेरबदल के तहत प्रधान को मानव संसाधन विकास और कौशल विकास मंत्री बनाया गया है। मोदी सरकार के सात वर्षों के कार्यकाल में तेली पेट्रोलियम मंत्रालय में पहले राज्य मंत्री हैं।