लखनऊ : नए आशियाने में शिफ्ट करने की कवायद के बीच ही पूर्व मुख्यमंत्री और बसपा सुप्रीमो मायावती ने एक और तिकड़मी चाल चल दी है। उन्होंने अपने सरकारी आवास 13 ए माल एवेन्यू पर गेस्ट हाउस का बोर्ड लगवा दिया है। बसपा के नीले रंग से रंगे इस बोर्ड पर कांशीराम की फोटो समेत ‘श्री कांशीराम जी यादगार विश्राम स्थल’ लिखा है
इस बोर्ड के बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि मायावती की मंशा अभी भी बंगला छोड़ने की नहीं है। बता दें कि जब मायावती यूपी की मुख्यमंत्री थीं तो उनके बंगले के पास ही कांशीराम विश्राम स्थल हुआ करता था। बाद में कांशीराम विश्राम स्थल को कथित रूप से उन्होंने अपने बंगले से जोड़ लिया। इसके पीछे वजह यह थी कि उस वक्त कांशीराम विश्राम स्थल का मासिक किराया करीब 72 हजार रुपये था, वहीं मायावती के बंगले का मासिक किराया 4212 रुपये।
माया का प्लान
कथित रूप से किराये बचाने के लिए दोनों (बंगला और कांशीराम विश्राम स्थल) को एकीकृत कर दिया गया। अब जबकि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद बंगले खाली करने की कवायद चल रही है, तोमायावती ने 13 ए, माल एवेन्यू के बाहर यह बोर्ड लगवा दिया है। माना जा रहा है कि यदि इस बंगले को कांशीराम विश्राम स्थल के नाम कर दिया जाता है तो मायावती को इसे खाली नहीं करना पड़ेगा। हालांकि, उस स्थिति में उन्हें कांशीराम विश्राम स्थल का पूरा किराया चुकाना पड़ेगा।
अखिलेश ने मांगा अतिरिक्त समय
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने राज्य संपत्ति अधिकारी से बंगला खाली करने के लिए और अधिक समय की मांग की है। अखिलेश के निजी सचिव गजेंद्र सिंह ने राज्य संपत्ति अधिकारी को पत्र सौंपकर इसकी मांग की है। बताया जा रहा है कि राज्य संपत्ति अधिकारी के स्टाफ ने अखिलेश के निजी सचिव का पत्र प्राप्त कर लिया है। हालांकि, अभी आगे की तस्वीर साफ नहीं है।