लखनऊ/बाराबंकी: नेपाल से लगातार बारिश का पानी छोड़ने के चलते उफान मारती घाघरा तराई क्षेत्र में कहर बरपा रही है. आबादी में नदी का पानी घुसने से कई गांव बाढ़ की जद में आ गए हैं. बाराबंकी जिले में बुधवार (08 अगस्त) को बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करने पहुंचे सिंचाई मंत्री धर्मपाल सिंह ने लोगों की परेशानी हल करने के बजाय उनेक जख्मों पर नमक छिड़क दिया. दौरे पर पहुंचे मंत्री ने बेहद अटपटा बयान दिया. उन्होंने कहा कि बाढ़ का पानी एक खास स्थान को छूकर ही वापस लौटेगा.
सिंचाई मंत्री धर्मपाल सिंह ने इससे पहले बाढ़ से प्रभावित इलाकों का दौरा करने के बाद हेतमापुर राहत शिविर का भी जायजा लिया. बाढ़ को लेकर आयोजित बैठक में अधिकारियों से हंसते हुए कहा कि घाघरा का पानी अभी और बढ़ेगा और एक खास जगह को छूने के बाद ही नदी का जलस्तर घटेगा. उन्होंने कहा कि अभी नदी ने उस जगह को छुआ नहीं है, इसलिए संभावना है कि पानी अभी और बढ़ेगा.
मंत्री ने हालांकि कहा कि बाढ़ प्रभावितों को तत्काल राहत की जरूरत है, लेकिन वो बाढ़ पर चुटकी लेने से भी बाज नहीं आए. घाघरा नदी के जलस्तर में हो रही वृद्धि से आसपास के घरों में पानी घुस गया है, जिससे स्थानीय लोग परेशान है. हालात ऐसे हैं कि नदी के बढ़ते जलस्तर से तराई क्षेत्र के वाशिंदों का सबकुछ तबाह हो गया है. घाघरा नदी के जलस्तर खतरे के निशान से करीब आधा मीटर ऊपर बह रहा है, जिससे नदी के किनारे बसे कचनापुर, हेतमापुर, सरसंडा, जमका, खुज्जी, करौनी, तेलवारी, सनावा और गेदरपुर गांवों में पानी भर गया है और हजारों लोग सुरक्षित ठिकानों पर पलायन करने को मजबूर हैं.
आपको बता दें कि कुछ दिन पहले योगी सरकार की कैबिनेट मंत्री स्वाति सिंह ने भी बाढ़ को लेकर एक अजीबोगरीब बयान दिया था. उन्होंने बाढ़ को एक दैवीय आपदा बताते हुए कहा था कि इसका स्थाई समाधान नहीं किया जा सकता.