मुंबई: मनसे प्रमुख राज ठाकरे धन शोधन मामले की जांच के सिलसिले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष पेश हुए है. इसे देखते हुए मुंबई पुलिस ने गुरुवार को दक्षिण मुंबई में ईडी कार्यालय के बाहर सीआरपीसी की धारा 144 (गैरकानूनी सभा पर प्रतिबंध) लगा दी है. एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि यह कदम कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए उठाया गया है. अधिकारी ने कहा, ‘राज ने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं से ईडी कार्यालय के बाहर नहीं जाने की अपील की है, लेकिन हम कोई भी जोखिम नहीं लेना चाहते हैं.’ अधिकारी ने साथ ही कहा, कि ठाकरे ईएलएंडएफएस जांच के सिलसिले में पूछताछ के लिए सुबह बल्लार्ड पियर स्थित ईडी कार्यालय में पेश हुए. मनसे के एक कार्यकर्ता ने पड़ोसी ठाणे में कथित तौर पर आत्महत्या कर ली और पार्टी ने बुधवार को दावा किया कि उसने यह कदम इसलिए उठाया क्योंकि वह अपने नेता को मिले ईडी के नोटिस से परेशान था.
राज ठाकरे को मिले ईडी के समन पर उनके चचेरे भाई और शिवसेना के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने एक दिलचस्प प्रतिक्रिया में कहा कि उन्हें किसी ‘ठोस परिणाम’ की उम्मीद नहीं है. उद्धव ने तल्ख जवाब में कहा, ‘मुझे जांच से किसी ठोस नतीजे की उम्मीद नहीं है.’ ठाणे पुलिस का कहना है कि मनसे कार्यकर्ता प्रवीण चौगुले (27) के घर से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है. प्रवीण ने मंगलवार की रात कथित तौर पर आग लगाकर आत्महत्या कर ली थी. इससे पहले राज ठाकरे ने कहा कि उन्होंने पहले भी सरकारी एजेंसियों और अदालतों से इस तरह के नोटिसों का सामना किया है और उन्होंने इनका सम्मान किया है और वह इस बार ईडी के नोटिस का सम्मान करने जा रहे है. ईडी ने राज ठाकरे को कोहिनूर सीटीएनएल इन्फ्रास्ट्रक्चर कंपनी में आईएलएंडएफएस द्वारा 450 करोड़ रुपये से अधिक के ऋण और इक्विटी निवेश से संबंधित कथित अनियमितताओं की जांच के सिलसिले में तलब किया है.