आगरा। प्रेमी प्रेमिका को तो साथ जीने मरने की कसमें खाने के दौरान मरते हुए देखा होगा, लेकिन थाना फतेहपुर सीकरी क्षेत्र के लाल दरवाजा में जब परिजनों ने दो दोस्तों को साथ नहीं रहने की हिदायत दी, तो इससे क्षुब्द दोनों दोस्तों ने जहर पीकर जान देने का प्रयास किया। जहर पीने के बाद जैसे ही गांव वालों को पता लगा, तो परिजनों के होश उड़ गए। आनन-फानन में परिजन उपचार के लिए लेकर दौड़े, जहां उपचार के दौरान एक की मौत हो गई। वहीं दूसरा दोस्त आगरा में जिंदगी और मौत से जूझ रहा है। थाना क्षेत्र के मोहल्ला सीकरी हिस्सा दो लाल दरवाजा निवासी अमर सिंह कुशवाह के पुत्र सुमित व गोवर्धन निवासी नानक चंद नाई के पुत्र आकाश की गहरी दोस्ती थी।
आकाश अपने मामा बंटू नाई के यहां बचपन से रहता है। दोनों की दोस्ती इतनी गहरी थी कि दोनों साथ में ही घूमना फिरना, खाना-पीना व कहीं आना जाना होता तो साथ ही जाते थे। काफी समय से परिजनों को यह बात अखर रही थी और उन्होंने दोनों को हिदायत दी कि तुम साथ नहीं रहोगे, इसी बात के चलते सुमित और आकाश कई दिन से बेचैन रहने लगे थे। परिजनों की इस हिदायत से क्षुब्द दोनों दोस्तों ने किले की दीवार के समीप पहुंचकर जहर का सेवन कर लिया। बताया गया कि दोनों ने फैसला किया कि साथ नहीं जिएंगे तो मर तो सकते हैं। जहर खाने की सूचना के बाद परिजनों में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में परिजन सुमित को भरतपुर उपचार को दौड़े, जहां उपचार के दौरान सुमित की मौत हो गई। सुमित की मौत से परिवार में कोहराम मचा हुआ है। वहीं आकाश आगरा के निजी अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझ रहा है। गांव में दोनों की दोस्ती के चर्चे हर जुबान पर हैं।