देहरादून : राजधानी देहरादून में जून की गर्मी ने छह साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। साल 2012 के बाद शनिवार को पहली बार जून में 41 डिग्री तापमान रिकॉर्ड किया गया। वहीं, शनिवार इस वर्ष का सबसे गर्म दिन भी रहा। इन दिनों दून और आसपास के ज्यादातर क्षेत्रों में जबरदस्त गर्मी पड़ रही है। शनिवार को सुबह से अधिकांश इलाकों में तेज धूप रही। दोपहर बाद गर्मी और उमस बहुत ज्यादा बढ़ गई। दून का अधिकतम तापमान 41 डिग्री तक पहुंच गया। मौसम केंद्र के आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2012 में दून में जून का अधिकतम तापमान 42.1 डिग्री रिकॉर्ड किया गया था। पिछले दस वर्षों के दौरान केवल 2012 में ही तापमान 42 डिग्री के उच्चतम शिखर पर पहुंचा था। दून में जून की सबसे ज्यादा गर्मी का ओवरऑल रिकॉर्ड चार जून 1902 का है।
तब अधिकतम तापमान 43.9 डिग्री तक पहुंच गया था। पिछले सौ वर्षों से अधिक समय से यह रिकॉर्ड बरकरार है। शनिवार का तापमान वर्ष 2019 का अब तक का सबसे अधिक है। पांच दिन बाद हल्द्वानी में शनिवार को पारा फिर 40 के पार होने से तपिश और गर्म हवाओं के थपेड़ों ने बेहाल कर दिया। राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार 17 और 18 जून को पर्वतीय क्षेत्रों में कहीं-कहीं ओलावृष्टि की संभावना है। राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक विक्रम सिंह ने बताया कि 20 जून से प्री मानसून की बारिश होने की संभावना है और मानसून जुलाई के पहले सप्ताह में दस्तक देगा। सोमवार को पारा 40 के पार हुआ था। पांच दिनों से तापमान 38 और 39 के बीच चल रहा था। शनिवार को सुबह से ही चटख धूप ने बेहाल कर दिया।
दिन चढ़ने के साथ ही चली गर्म हवाओं ने मुश्किल और बढ़ा दी। अधिकतम तापमान 40.4 और न्यूनतम तापमान 20.1 डिग्री सेल्सियस रहा। हल्द्वानी में अधिकतम तापमान सामान्य से चार डिग्री सेल्सियस अधिक रहा। जबकि न्यूनतम तापमान सामान्य से चार डिग्री सेल्सियस कम रहा। मुक्तेश्वर में अधिकतम तापमान 28.0 और न्यूनतम तापमान 16.0 डिग्री सेल्सियस रहा। अधिकतम तापमान सामान्य से पांच और न्यूनतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री सेल्सियस अधिक रहा। नैनीताल का अधिकतम तापमान 28 और न्यूनतम 20 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
राज्य के ज्यादातर क्षेत्रों में आज (रविवार) से सप्ताहभर तक बारिश होने का अनुमान जताया गया है। जबकि 17-18 जून को पहाड़ी क्षेत्रों में ओले गिरने की संभावना है। मौसम केंद्र की ओर से जारी बुलेटिन के अनुसार 16 जून से प्रदेश के ज्यादातर क्षेत्रों में हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश हो सकती है। कुछ इलाकों में ओले भी गिर सकते हैं। मैदान और पहाड़ के कुछ इलाकों में गरज के साथ बौछारें पड़ने और आंधी चलने का भी अनुमान है। मौसम केंद्र निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि 19 जून के बाद बारिश कम हो सकती है। 21 जून तक यह काफी कम हो जाएगी। उन्होंने बताया कि यह प्री मानसून बारिश है। प्रदेश में मानसून जुलाई के पहले हफ्ते में पहुंचने के आसार हैं। उससे पहले प्री मानसून बारिश होगी।