अशाेक यादव, लखनऊ। भारत में कोरोना वायरस ने रफ्तार लगातार बढ़ती ही जा रही है। साथ ही कोरोना के सबसे खतरनाक वेरिएंट ओमिक्रॉन के मामले भी तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के 2,68,833 नए मामले सामने आए हैं। इनमें कोरोना वायरस के स्वरूप ओमीक्रोन के 6041 मामले भी हैं। जिसके बाद देश में संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 3,68,50,962 हो गई है। वहीं इस बीच 402 और मरीजों की मौत हो जाने के बाद मृतक संख्या बढ़कर 4,85,752 पहुंच गई है। इसके अलावा देश में उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 14,17,820 हो गई है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, अब तक वायरस के ओमीक्रोन स्वरूप के 6041 मामलों की पुष्टि हुई है जिसमें शुक्रवार से 5.01 प्रतिशत की वृद्धि आई है। दैनिक संक्रमण दर 16.66 प्रतिशत है जबकि साप्ताहिक संक्रमण दर 12.84 प्रतिशत है। उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 14,17,820 हो गई है जो 223 दिनों में सर्वाधिक है और कुल संक्रमितों का 3.85 प्रतिशत है। स्वस्थ होने की राष्ट्रीय दर 94.83 प्रतिशत है। एक दिन में उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 1,45,747 की वृद्धि हुई है। वहीं, अब तक 3,49,47,390 लोग ठीक हो चुके हैं। देश में अब तक टीके की 156.02 करोड़ खुराक दी जा चुकी है।
देश में सात अगस्त 2020 को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त 2020 को 30 लाख और पांच सितंबर 2020 को 40 लाख से अधिक हो गई थी। संक्रमण के कुल मामले 16 सितंबर 2020 को 50 लाख, 28 सितंबर 2020 को 60 लाख, 11 अक्टूबर 2020 को 70 लाख, 29 अक्टूबर 2020 को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख के पार चले गए थे। देश में 19 दिसंबर 2020 को ये मामले एक करोड़ के पार हो गए थे। पिछले साल चार मई को संक्रमितों की संख्या दो करोड़ के पार और 23 जून 2021 को तीन करोड़ के पार पहुंच गई थी।
स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, देश में संक्रमण से जिन 402 लोगों ने जान गंवाई है उनमें से 199 की केरल में और 34 लोगों की दिल्ली में मृत्यु हुई है। महामारी से अब तक जितने लोगों की मौत हो चुकी है, उनमें से 1,41,756 लोगों की मौत महाराष्ट्र में, 50,568 की मौत केरल में, 38,411 की मौत कर्नाटक में, 36,956 की तमिलनाडु में, 25,305 की दिल्ली में, 22,949 की उत्तर प्रदेश में तथा 20,013 लोगों की मौत पश्चिम बंगाल में हुई है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अब तक जिन लोगों की कोरोना वायरस संक्रमण से मौत हुई है, उनमें से 70 प्रतिशत से ज्यादा मरीजों को अन्य बीमारियां भी थीं। मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर बताया कि उसके आंकड़ों का भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के आंकड़ों के साथ मिलान किया जा रहा है।