लखनऊ। उत्तर प्रदेश पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने देश के 70वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर पुलिस मुख्यालय पर ध्वजारोहण किया। इस मौके पर तमाम पुलिस अधिकारी और कर्मचारी मौके पर मौजूद रहे। डीजीपी ओपी सिंह ने अपने संबोधन में बताया कि उत्तर प्रदेश को पूर्व में यूनाइटेड प्राविन्स के नाम से जाना जाता था। 24 जनवरी 1950 को, गणतंत्र दिवस के दो दिन पूर्व इसे उत्तर प्रदेश का नाम दिया गया और प्रथम स्थापना दिवस मनाया गया। डीजीपी ओपी सिंह ने कहा कि हम जानते हैं कि वर्ष 1950 में आज ही के दिन भारत का संविधान अंगीकृत किया गया था। इस देश को एक प्रभुत्व सम्पन्न लोकतान्त्रिक गणराज्य बनाने का संकल्प लिया गया था। साथ ही शोषणमुक्त तथा भेदभाव रहित समाज बनाने की संरचना की गयी थी। डीजीपी ओपी सिंह ने कहा कि इस गणतान्त्रिक व्यवस्था को कायम रखने व सृदृढ़ करने में हमारे लाखों पुलिस कर्मियों का योगदान भुलाया नहीं जा सकता,
जिन्होंने गुमनाम रहकर लोकतान्त्रिक गणराज्य के मूल्यों को समाज में प्रतिपादित करने में सराहनीय भूमिका अदा की है। उन गुमनाम नायकों, वीरों को हम नमन करते हैं। वहीं एसएसपी लखनऊ कलानिधि नैथानी ने रिजर्व पुलिस लाइन में ध्वजारोहण किया। गणतंत्र दिवस के अवसर पर यूपी 100 भवन लखनऊ में अपर पुलिस महानिदेशक यूपी 100 द्वारा ध्वजारोहण किया गया व पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश के प्रंशसा चिन्ह, सराहनीय सेवा सम्मान चिन्ह प्रदान किया गया। एसएसपी ने समस्त पुलिसकर्मियों को देश की आजादी और एकता की रक्षा करने व उसे मजबूत बनाने में योगदान करने के लिए शपथ दिलायी गई। इसके साथ ही जनहित में अच्छा कार्य करने वाले व अपने कार्य के प्रति ईमानदार रहने वाले निम्न पुलिस कर्मियों को एसएसपी ने पुरस्कृत किया।