देवी लक्ष्मी से जुड़ी 5 अद्भुत बातें ऐसी है जिसे आज हर कोई जानना चाहेगा। भगवती लक्ष्मी को धन-वैभव की देवी कहा गया है। शास्त्रों में धन-लाभ और इससे जुड़ी सभी प्रकार की समस्या से मुक्ति पाने के लिए माता लक्ष्मी को प्रसन्न करना बेहद खास बताया गया है। आमतौर पर माता लक्ष्मी से जुड़ी सामान्य बातें सभी जानते हैं। लेकिन हम आपको माँ लक्ष्मी से जुड़ी ऐसी बातें बता रहा हूँ, जिसे आप शायद आब तक नहीं जानते होंगे। धन और वैभव की देवी से जुड़ी इन खास बातों ओको जानकार और इन्हें प्रसन्न कर आप भी धन-वैभव का वरदान पा सकते हैं। जानिए देवी लक्ष्मी से जुड़ी विशेष बातें…
देवी लक्ष्मी का एक नाम कमला है क्योंकि यह कमल के आसन पर विराजमान होती हैं। इनके हाथों में कमल का पुष्प भी है। देवी लक्ष्मी के कमल के पुष्प पर विराजमान होने का कारण यह है कि इनका जन्म सागर से हुआ माना जाता है। जल क्षेत्र से उत्पन्न होने के कारण इनका प्रिय फूल भी वही है जो जल से उत्पन्न हुआ है। दूसरा कारण यह है कि कमल जल से पैदा होने के बाद भी उनमें लिप्त नहीं होता यह जल के ऊपर निर्विकार रहता है।
देवी लक्ष्मी की मूर्तियों में हाथियों को भी दिखाया जाता है दरअसल यह गज लक्ष्मी का स्वरूप होता है। देवी लक्ष्मी के साथ हाथी का होना जल और जीवन को दर्शाता है। देवी लक्ष्मी का संबंध जल से है जल ही कृषि और जीवन का आधार है और हाथी वर्षा का प्रतीक।
देवी लक्ष्मी पर जल बरसाता हुआ हाथी अन्न धन और समृद्धि को दर्शाता है। यह दर्शाता है कि हाथी लक्ष्मी को समृद्ध बना रहा है। क्योंकि प्राकृति रूप से लक्ष्मी कृषि का स्वरूप मानी जाती हैं जबकि सांसारिक तौर पर यह समृद्धि की प्रतीक हैं। लक्ष्मी के इस स्वरूप की पूजा किसानों के लिए समृद्धि दायक माना गया है।
यह तो सभी जानते हैं कि देवी लक्ष्मी का वाहन उल्लू है लेकिन कम लोग जानते हैं कि देवी लक्ष्मी का वाहन हाथी भी है। इसका कारण यह है कि पशुओं में हाथी एक ऐसा जीव है जो शेर के बीच भी अपनी मस्त चाल में चलता है।
यही कारण है कि जंगल का राजा भले ही शेर कहलाता है लेकिन हाथी को भी गजराज के नाम से पुकारा जाता है यानी शेर के बीच भी इनकी अपनी सत्ता होती है। हाथी को गणेश जी का भी स्वरूप माना जाता है जो शुभता को दर्शाता है यानी जहां शुभ कर्म होंगे वहां लाभ भी होगा, लक्ष्मी भी होगी। लक्ष्मी के साथ हाथी दर्शाता है कि जहां शुभ कर्म होंगे वहां लक्ष्मी भी होगी।
देवी लक्ष्मी की बड़ी बहन अलक्ष्मी हमेशा देवी लक्ष्मी के साथ होती है। इसलिए जहां सिर्फ लक्ष्मी का वास होता है वहां धन तो होता है लेकिन सुख शांति नहीं होती है। इसलिए कहा जाता है कि लक्ष्मी के साथ विष्णु की भी पूजा की जानी चाहिए क्योंकि विष्णु के होने पर अलक्ष्मी दूर रहती है। कारण यह है कि विष्णु बौद्धिक योग्यता और धैर्य के प्रतीक हैं। यानी धन आने पर धैर्य और बुद्धि नहीं खोना चाहिए।
देवी लक्ष्मी से जुड़ी इन खास बातों को जानने के बाद आप भी करेंगे ये काम, पाएंगे धन-वैभव का आशीर्वाद
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