नई दिल्ली : भारत ने विश्व के विभिन्न भागों में रसायनिक हथियारों के इस्तेमाल की बढ़ती घटनाओं पर गंभीर चिंता जताई। भारत ने कहा कि इस तरह के कृत्यों के लिए षड्यंत्रकारियों को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए। रसायनिक हथियार रोकथाम संगठन (ओपीसीडब्ल्यू) में भारत के स्थायी प्रतिनिधि राजदूत वेणु राजामोनी ने कहा कि रचनात्मक संवाद, बातचीत और एकता समय की मांग है।शुक्रवार को चौथे समीक्षा कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राजामोनी ने कहा कि रसायनिक हथियार सम्मेलन का उद्देश्य ‘‘रसायनिक हथियारों के इस्तेमाल की आशंका को पूरी तरह से खत्म करना है।’
भारतीय दूतावास द्वारा जारी एक बयान में यह जानकारी दी गई।राजामोनी ने कहा कि यह गंभीर चिंता का विषय है कि हमारे सर्वश्रेष्ठ प्रयासों के बावजूद, मलेशिया, ब्रिटेन, सीरिय और इराक जैसे ‘‘विश्व के विभिन्न भागों में रसायनिक हथियारों के इस्तेमाल की घटनाओं और आरोपों में बढोत्तरी हुई है।’ उन्होंने कहा कि भारत का निरंतर रुख यह रहा है कि कहीं भी, किसी भी समय, किसी के भी द्वारा, किसी भी परिस्थिति में रसायनिक हथियारों के इस्तेमाल को सही नहीं ठहराया जा सकता और इन कृत्यों के षड्यंत्रकारियों को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए।
रसायनिक हथियार रोकथाम संगठन (ओपीसीडब्ल्यू) में भारत के स्थायी प्रतिनिधि राजदूत वेणु राजामोनी ने कहा कि रचनात्मक संवाद, बातचीत और एकता समय की मांग है।शुक्रवार को चौथे समीक्षा कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राजामोनी ने कहा कि रसायनिक हथियार सम्मेलन का उद्देश्य ‘‘रसायनिक हथियारों के इस्तेमाल की आशंका को पूरी तरह से खत्म करना है।’ भारतीय दूतावास द्वारा जारी एक बयान में यह जानकारी दी गई।
राजामोनी ने कहा कि यह गंभीर चिंता का विषय है कि हमारे सर्वश्रेष्ठ प्रयासों के बावजूद, मलेशिया, ब्रिटेन, सीरिय और इराक जैसे ‘‘विश्व के विभिन्न भागों में रसायनिक हथियारों के इस्तेमाल की घटनाओं शुक्रवार को चौथे समीक्षा कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राजामोनी ने कहा कि रसायनिक हथियार सम्मेलन का उद्देश्य ‘‘रसायनिक हथियारों के इस्तेमाल की आशंका को पूरी तरह से खत्म करना है।’ भारतीय दूतावास द्वारा जारी एक बयान में यह जानकारी दी गई।राजामोनी ने कहा कि यह गंभीर चिंता का विषय है .