लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी प्रदेश मुख्यालय पर पत्रकारों से चर्चा करते हुए प्रदेश प्रवक्ता डॉ. चन्द्रमोहन ने कहा कि प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने के बाद दीपावली के मौके पर अयोध्या में दीपोत्सव का आयोजन देश-विदेश में भारतीय संस्कृति का ही नहीं बल्कि पर्यटन और विकास की गाथा लिख रहा है। वर्ष 2017 में अयोध्या में प्रथम दीपोत्सव के मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 137 करोड़ की विकास योजनाओं का शुभारंभ किया था। प्रदेश प्रवक्ता डा. चन्द्रमोहन ने कहा कि दो वर्ष के अंतराल के बाद इनमें से अधिकांश योजनाएं अब उद्घाटन के लिए तैयार हैं। चाहे वह अयोध्या में सरयू के किनारे गुप्तार घाट का नवनिर्माण, नए बस स्टेशन का निर्माण हो या फिर राम की पौड़ी का सुंदरीकरण हो, सभी योजनाएं अब पूर्णता को प्राप्त कर रही हैं। पिछली विपक्षी पार्टियों की सरकारों में उपेक्षित पड़ी रही अयोध्या में राम की पैड़ी को भाजपा सरकार में नयी पहचान दी गई है। गंदगी और ठहरे हुए पानी के कारण इस राम की पैड़ी की हालत एक बीमार के जैसी हो गई थी लेकिन दो वर्ष के अथक प्रयास के बाद यह पर्यटन के नक्शे पर अमिट छाप छोड़ने को तैयार है। अब राम की पैड़ी में पूर्व की तुलना में छह गुना अधिक वेग से सरयू का जलप्रवाह होगा। प्रदेश प्रवक्ता डॉ. चन्द्रमोहन ने कहा कि इसके अलावा रिमोल्डिंग के माध्यम से राम की पैड़ी की सतह पर सिल्ट जमने की आशंका को भी पूरी तरह से मिटा दिया गया है। पिछले वर्ष अयोध्या में दूसरे दीपोत्सव के आयोजन के मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विकास के पंखों को और विस्तार दिया।
अयोध्या को पर्यटन के नक्शे पर महकाने के लिए मुख्यमंत्री जी ने भगवान श्रीराम की 251 मीटर ऊंची प्रतिमा स्थापित किए जाने की परिकल्पना को साकार रूप दिया और विकास की गति को नया आयाम देते हुए राजर्षि दशरथ शासकीय मेडिकल कॉलेज के साथ श्रीराम एयरपोर्ट का भी ऐलान किया था। मेडिकल कालेज में तो कक्षाएं शुरू हो चुकी हैं और एयरपोर्ट के लिए जमीन का बंदोबस्त युद्ध स्तर पर चल रहा है। प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि पिछली सपा और बसपा की सरकारों में उपेक्षित रही अयोध्या, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में चल रही भाजपा सरकार में देश विदेश में ख्याति बटोर रही है। गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड्स में दर्ज होकर दीपोत्सव ने अयोध्या को विश्व मानचित्र के पटल पर एक अलग पहचान दी है। अयोध्या के विकास ने पूर्वांचल में रोजगार की अपार संभावनाएं जगा दी हैं। अब राम की नगरी देश-विदेश में रोजगार के एक बड़े केंद्र के रूप में उभर कर सामने आएगी।