लखनऊ-नई दिल्ली : दिल्ली के ऐतिहासिक रामलीला मैदान के नाम को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम से बदले जाने को लेकर सियासी गलियों में चर्चा तेज हुई थी कि दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष और सांसद मनोज तिवारी ने ऐसी खबरों का खंडन कर दिया. भारतीय जनता पार्टी के नेता मनोज तिवारी ने एक वीडियो जारी कर स्पष्ट कर दिया कि रामलीला मैदान का नाम नहीं बदला जाएगा. हालांकि, इससे पहले खबर आई कि एनडीएसी ने अटल बिहारी वाजपेयी के नाम से बदले जाने का प्रस्ताव दिया है. मनोज तिवारी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से एक वीडियो जारी कर कहा- कुछ लोग जानबूझकर भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहे हैं. मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम हम सबके आराध्य हैं इसलिये रामलीला मैदान का नाम बदलने का कोई सवाल ही नहीं है. उन्होंने कहा कि कुछ लोग इस पर राजनीति कर रहे हैं.
कुछ लोग जानबूझकर भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहे हैं! मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम हम सबके आराध्य हैं इसलिये रामलीला मैदान का नाम बदलने का कोई सवाल ही नहीं है! pic.twitter.com/xJ7XrSIutO
— Manoj Tiwari (@ManojTiwariMP) August 25, 2018
इससे पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एमसीडी की ओर से अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर रामलीला मैदान का नाम करने की खबर पर तंज कसा. उन्होंने नरेंद्र मोदी का नाम लिए बगैर कहा कि भाजपा को प्रधानमंत्री जी का नाम बदल देना चाहिए. क्योंकि अब उनके नाम पर लोग वोट नहीं दे रहे हैं. हालांकि ट्वीट पर कुछ यूजर्स ने केजरीवाल का भी समर्थन किया.
उधर नॉर्थ एमसीडी के मेयर आदेश गुप्ता ने कहा कि कई प्रस्ताव आए हैं. नामकरण की एक प्रक्रिया है. सदिन की बैठक में ही निर्णय होता है. उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर हम किसी तरह का विवाद नहीं चाहते. ऐसी कई जगहें हैं, जहां का नाम अटल जी पर रखा जा सकता है. मेयर के इस बयान से कहा जा रहा है कि विवाद पैदा होने के कारण नॉर्थ एमसीडी बैकफुट पर आती दिख रही है.