दिल्ली सरकार ने COVID-19 टीकाकरण के लिए स्वास्थ्य कर्मियों का नामांकन शुरू कर दिया है और सभी हेल्थकेयर सेंटर्स, अस्पतालों, नर्सिंग होम, ओपीडी और क्लीनिकों को नामांकन प्रक्रिया के लिए वे अपने स्वास्थ्य कर्मियों के नाम भेजने का निर्देश दिया है। राजधानी में सभी हेल्थकेयर सेंटर्स को 5 दिसंबर की मध्यरात्रि तक अपने डेटा को दर्ज करने का समय दिया गया है।
दिल्ली सरकार के अनुसार, कई पंजीकृत नर्सिंग होम, अस्पताल और गैर-पंजीकृत नर्सिंग होम ने इसके लिए अपना डेटा साझा किया है। एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि दिल्ली सरकार COVID-19 टीकाकरण के लिए स्वास्थ्य कर्मियों का नामांकन कर रही है।
कई पंजीकृत नर्सिंग होम और अस्पतालों के साथ ही कई छोटे गैर पंजीकृत क्लीनिकों ने अपने एचआर डेटा जमा किए हैं। एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि सरकार स्वास्थ्य कर्मियों के नाम देने के लिए शेष सभी हेल्थकेयर सेंटर्स को आमंत्रित करती है।
स्वास्थ्य कर्मियों में एलोपैथिक क्लीनिक, डेंटल क्लीनिक, आयुष केंद्र, फिजियोथेरेपी क्लीनिक, डायग्नोस्टिक लैब, रेडियोलॉजी सेंटर और अन्य हेल्थकेयर सेंटर्स में काम करने वाले सभी चिकित्सा, पैरामेडिकल, सहायक, सुरक्षा, स्वच्छता और प्रशासनिक कर्मचारी शामिल हैं।
दिल्ली सरकार ने कहा कि स्वास्थ्य कर्मियों के डेटा को दिल्ली राज्य स्वास्थ्य मिशन (डीएसएचएम) की वेबसाइट पर भी अपलोड किया जा सकता है और प्राइवेट हेल्थकेयर सेंटर्स लॉगिन एक्सेस के माध्यम से डेटा भेज सकते हैं।
इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को विपक्षी नेताओं को बताया था किया कि अगले कुछ हफ्तों में एक COVID-19 वैक्सीन तैयार होने की उम्मीद है, और जैसे ही वैज्ञानिक इसके लिए हरी झंडी देंगे भारत में टीकाकरण शुरू हो जाएगा।
प्रधानमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से एक सर्वदलीय बैठक के दौरान कहा कि हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन वर्कर्स के साथ ही गंभीर बीमारियों से पीड़ित बुजुर्गों को टीकाकरण में प्राथमिकता दी जाएगी। उन्होंने COVID-19 टीकाकरण के संबंध में विपक्षी नेताओं से सुझाव मांगे हैं।