दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) के शैक्षणिक सत्र 2019-20 में यूजी के कुछ कोर्सेज, पीजी, एमफिल-पीएचडी के सभी कोर्सेज में दाखिले के लिए प्रवेश परीक्षा नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) से करवाई जाएगी। डीयू स्टैंडिंग कमेटी की गुरुवार को हुई बैठक में प्रस्ताव पास कर दिया गया है कि इसी एजेंसी से टेस्ट करवाया जाएगा। दिल्ली विश्वविद्यालय में अब तक यह मामला लटका हुआ था कि कौन सी एजेंसी प्रवेश परीक्षा का आयोजन करेगी। दो मई को हुई स्टैडिंग कमेटी की बैठक में प्रवेश परीक्षाएं एनटीए से ही कराए जाने का प्रस्ताव रखा गया था।
कमेटी चेयरमैन से इस प्रस्ताव को आगे बढ़ाने के लिए कहा था। एनटीए की ओर से पहले ही परीक्षाएं कराए जाने पर सहमति दी जा चुकी है। अब प्रशासन इस संबंध में आगे की कार्य योजना पर विचार कर रहा है। दरअसल एनटीए प्रवेश परीक्षा आयोजित करने पर स्वयं छात्रों का पंजीकरण करता है। ऐसे में प्रशासन दो विकल्पों पर विचार कर रहा है। पहला कि यूजी के कुछ कोर्सेज, पीजी, एमफिल-पीएचडी के लिए छात्रों का पंजीकरण एनटीए से ही करवाया जाए। दूसरा विकल्प यह है कि एनटीए को छात्रों के पंजीकरण के डाटा के लिए एक लिंक उपलब्ध कराया जाए। इन दोनों विकल्पों में से एक को अंतिम रुप देकर आगे बढ़ा जाएगा।
डीयू स्टैडिंग कमेटी सदस्य डॉ रसाल सिंह ने एनटीए से प्रवेश परीक्षा कराए जाने के पीछे तर्क दिया कि यह विश्वसनीय और सक्षम संस्था है। साथ ही सरकारी एजेंसी है। ऐसे में टेंडर देने की जरूरत नहीं होगी। जबकि यदि प्राइवेट एजेंसी से परीक्षा आयोजित करवाई जाती है तो टेंडर देना होगा जिसके लिए अभी समय नहीं और समय भी अधिक लगेगा। इस एजेंसी से परीक्षा कराने से डीयू की परीक्षा की विश्वसनीयता और दक्षता बढ़ेगी। उल्लेखनीय है कि डीयू की ओर से पहले टेंडर दिए गए हैं लेकिन किसी कंपनी ने रुचि नहीं दिखाई। बीते साल डीयू में ऐप्टक कंपनी की ओर से प्रवेश परीक्षा आयोजित करवाई गई थी।